जोधपुर: पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी को बीते समय में लक्ष्मी विलास होटल मामले में जोधपुर की विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया था। वहीँ अब आज यानी बुधवार को वह जोधपुर की विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश हुए हैं। जी हाँ, वहीँ पेशी के दौरान अरुण शौरी के वकील प्रदीप शाह ने उनकी तरफ से जमानती मुचलके पेश किए। इस दौरान अरुण शौरी की तरफ से दो लाख रुपये का व्यक्तिगत जमानत बांड पेश किया गया है। Rajasthan: Former union minister Arun Shourie appeared before Jodhpur Special CBI Court in Laxmi Vilas Hotel case; furnished personal bail bond of Rs 2 Lakhs. "Case began in 2014 on anonymous complaint but CBI has said twice in closure report that it has no merit," says Shourie. pic.twitter.com/TsdIwkmw41 — ANI (@ANI) October 14, 2020 कोर्ट में अरुण शौरी ने कहा, 'गुमनाम शिकायत पर 2014 में केस शुरू हुआ लेकिन सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट में दो बार कहा कि इसकी कोई योग्यता नहीं है।' जी दरअसल होटल को दो दशक पहले भारत होटल्स लिमिटेड को 7।52 करोड़ रुपये में बेचा गया था, उस समय अरुण शौरी तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में विनिवेश प्रभारी मंत्री थे। वहीँ सीबीआई की प्रारंभिक जांच में इस बारे में पता चला था कि इस संपत्ति की कीमत करीब 252 करोड़ थी, जिससे सरकार को 244 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा। ऐसे में अब जब पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी कोर्ट में पेश हुए हैं तो उनके वकील प्रदीप शाह ने उनकी तरफ से बहुत सी बातों को सामने रखा है। जनता से बोले नीतीश कुमार- 'काम के आधार पर वोट दें, नहीं तो 15 साल पुराना...' त्योहार विशेष: भारतीय रेलवे ने दिया यात्रियों को एक बड़ा उपहार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया 50,000 करोड़ की सात परियोजनाओं का उद्घाटन