महाराष्ट्र राज्य के सातारा जिले में स्थित महबलेश्वर है जिसकी मुंबई से दुरी 220 किलो मीटर व पुणे से 180 किलोमीटर है. जो की एक खूबसूरत नजारा के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ पर आपको को कई खूबसूरती नज़ारे नजर आयेगे जो आपके दिल को छू लेंगे यह एक हिल स्टेशन है. जिसकी उंचाई 4500 वर्ग फिट है जो की काफी उँची है. यह दुनिया के खूबसूरत हिल स्टेशनो में शामिल है. महाबलेश्वर में पर्यटक गर्मी के दिनों में आना पसंद करते है. वैसे तो महबलेश्वर का अर्थ एक महान शक्ति होता है. और यहाँ से पांच नदियों का बहना इसकी खूबसूरती को और बड़ा देता है. यहाँ से निकलने वाली नदिया , कृष्णा, कोयना, सावत्री गायत्री और वीना है. महाबलेश्वर में दिल को छू जाने वाले दृश्य महबलेश्वर में प्रताप गढ़ का किला जिसका निर्माण शिवजी ने करवाया था जो की काफी प्रसिद्ध है यहाँ की उँची उँची पाहड़िया जिनका छेत्रफल काफी चौड़ा है जिसमे आपको एकांत का माहौल मिल सकता है. आप जोर से चिल्लाते हो तो आपको आपकी आवाज वापस सुनाई देगी और यहाँ पर पुराने मंदिर भी है जिनके दर्शन आप कर सकते हो. यहाँ पर आपकी थकान आसानी से ख़त्म हो जाती है बड़े बड़े झरने, पहाड़िया, झाड़िया व् झीले है. यहाँ का विल्सन पाइंट देखने के लिए अच्छा है और एको पाइंट जो की आपके बच्चो को पसंद आएगा यहाँ के एलफिंस्टन पाइंट ,केसल रॉक पॉइंट ,मर्जोरी पॉइंट,बॉम्बे पॉइंट आप जरूर देखे. महाबलेश्वर मंदिर का निर्माण राजा सिंघन ने करवाया था क्योकि महाबलेश्वर की खोज उनके द्वारा की गयी थी. बाद में 17 शताब्दी में इस पर शिवाजी का राज हो गया शिवाजी के राज में यहाँ पर प्रताप गढ़ के किले का निर्माण कराया गया था. एवं शिवाजी के बाद यह क्षेत्र अंग्रेजो के कब्जे में आ गया और आजादी के बाद यह एक हिल स्टेशन के रूप में उभरा जो पर्यटक का केंद्र बिंदु बना हुआ है. महाबलेश्वर का मौसम साल भर एक सामान बना रहता है जिससे आने वाले पर्यटक को किसी भी मौसम में कोई कठिनाई नहीं होती क्योकि यहाँ की जलवायु सामान्य बनी रहती है. यहाँ के जंगलो में कई प्रकार की औषधियां पायी जाती है. यहाँ की हवा शुद्ध है इसलिए मरीजों को अक्सर महाबलेश्वर की शेर कराने की सलाह दी जाती है. हर मनुष्य का जीवन सोलह संस्कार से परिपूर्ण होता है शिमला से 181 किलोमीट दूर है शिव का यह धाम घर में सुख और समृद्धि लाता है दूर्वा का ये उपाय दुनिया के धनी मंदिरों में से एक है ये मंदिर