यरूशलम: राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने आज शनिवार (21 अक्टूबर) को कहा कि इजराइल ने अपने नागरिकों से तुरंत मिस्र और जॉर्डन छोड़ने का आग्रह किया है, क्योंकि गाजा में युद्ध को लेकर क्षेत्रीय तनाव बढ़ गया है। इसमें कहा गया कि, "इजरायल की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने मिस्र (सिनाई सहित) और जॉर्डन के लिए अपनी यात्रा चेतावनियों को स्तर 4 (उच्च खतरे) तक बढ़ा दिया है: इन देशों की यात्रा न करने और वहां रहने वालों को जल्द से जल्द छोड़ने की सिफारिश की गई है।" बता दें कि, यह नोटिस ऐसे वक़्त में आया है, जब कुछ ही दिन पहले इजराइल ने अपने नागरिकों को भी तुर्की छोड़ने के पहले के अनुरोध के बाद सुरक्षा एहतियात के तौर पर तुर्की से अपने राजनयिकों को वापस बुला लिया था। गाजा पट्टी पर इजराइल की बमबारी को लेकर पूरे मध्य पूर्व में कई दिनों तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद निकासी का आह्वान किया गया था। इजरायली अधिकारियों के अनुसार, फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास द्वारा गाजा पट्टी से इजरायल में घुसकर 200 से अधिक लोगों को बंधक बनाने और कम से कम 1,400 लोगों की हत्या करने के बाद युद्ध छिड़ गया, मरने वालों में ज्यादातर आम नागरिक थे, जिन्हें गोली मार दी गई, काट दिया गया या जिन्दा जला दिया गया। वहीं, फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इज़राइल ने तब से हमास को नष्ट करने की कसम खाई है, और प्रतिक्रिया में शुरू किए गए बमबारी अभियान ने गाजा में पूरे शहर को नष्ट कर दिया है, अब तक 4,137 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है, जिनमें ज्यादातर नागरिक हैं। आतंकी संगठन 'इस्लामिक स्टेट' से लौटे लोगों को स्कूलों में नौकरी दे रहा ये देश ! सुरक्षा एजेंसियों ने जताई चिंता 'इजराइल-सऊदी अरब के संबंध बिगाड़ने के लिए आतंकी संगठन हमास ने किया हमला..', जो बाइडेन का बड़ा दावा इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने पार्टनर से तोड़ा 10 साल पुराना रिश्ता, साथी की आपत्तिजनक टिप्पणी बनी वजह