चीन से निकलने के बाद कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल गया है. ऐसे में इस बीमारी से निपटने के कई तौर-तरीके अपनाए जा रहे हैं और नए शोध भी किए जा रहे हैं. शोध में सबसे अहम है इस रोग से निरोधक टीका विकसित करना. इस दिशा में कदम बढ़ चुके हैं. पिछले सप्ताह इसका मानवीय परीक्षण भी शुरू हुआ. लेकिन, टीका को लेकर कुछ आशंकाएं और चिंताएं कायम हैं. उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ाँ कुछ इस तरह है इनकी जीवन गाथा, गूंज उठी शहनाई में दिया था संगीत आपकी जानकारी के लिए बता दे कि टीका किसी भी रोग के संक्रमण के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता पैदा करता है. शोधकर्ता मानते हैं कि सार्स-कोरोना वायरस-2 के संक्रमण से जो लोग ठीक हो चुके हैं उन्हें कुछ समय के लिए दोबारा संक्रमण से बचाया जा सकता है. लेकिन वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट माइकल डायमंड का कहना है कि इसे सबूतों के आधार पर पुष्ट करना जरूरी है. अभी इस वायरस के प्रतिरोधक क्षमता के बारे में जानकारी नहीं है. CORONAVIRUS: महाराष्ट्र और यूपी के बाद अब मध्यप्रदेश हुआ कोरोना का शिकार इस वायरस को लेकर प्रीप्रिंट1 के 14 मार्च के एक ऑनलाइन पोस्ट में बताया गया है कि सार्सकोरोना वायरस-2 से संक्रमित दो बंदरों के ठीक होने के चार सप्ताह बाद वैज्ञानिकों ने उन्हें दूसरी बार वायरस से संपर्क कराया गया तो वे संक्रमित नहीं हुए. अब वैज्ञानिक इस बात का पता लगाने में जुटे हैं कि क्या यह रोग प्रतिरोधक क्षमता मानव में भी विकसित की जा सकती है. भीलवाड़ा से सामने आए कोरोना के 5 कन्फर्म मामले, राजस्थान में मरीजों की संख्या हुई 23 टीआरपी लिस्ट में भी देखने को मिला कोरोना का असर, इस नए शो को मिली एंट्री भारत में कोरोना के मामले बढे, 256 पहुंची संक्रमितों की संख्या