नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शराब नीति पर AAP सरकार और उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना के बीच तनातनी जारी है। शनिवार को जहां एक तरफ दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने जहां पूर्व LG अनिल बैजल पर निशाना साधा। वहीं दिल्ली के LG वीके सक्सेना ने बड़ी करवाई करते हुए दिल्ली के तत्कालीन एक्साइज कमिश्नर आरव गोपी कृष्णा सहित 11 अधिकारियों को आबकारी नीति को लागू करने में चूक करने पर निलंबित कर दिया है। LG वीके सक्सेना ने शनिवार को दिल्ली के तत्कालीन एक्साइज कमिश्नर अरवा गोपी कृष्ण और तत्कालीन उपायुक्त आनंद कुमार तिवारी के खिलाफ निलंबन और अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही LG ने आबकारी विभाग के 9 अन्य अधिकारियों के भी निलंबन के आदेश जारी किए हैं। LG ने यह आदेश संबंधित अधिकारियों की तरफ से आबकारी नीति के कार्यान्वयन में गंभीर चूक के चलते लिया है। इसमें टेंडर देने में अनियमितताएं पाने जाने और चुनिंदा विक्रेताओं को पोस्ट टेंडर लाभ पहुंचाना शामिल है। बता दें कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने पूर्व LG अनिल बैजल पर अनधिकृत क्षेत्रों (Unauthorized Areas) में शराब की दुकानें खोलने पर अपना स्टैंड बदलने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में नई आबकारी नीति को रोककर सरकार को नुकसान पहुंचाया गया। मनीष सिसोदिया ने सवाल करते हुए कहा कि LG ने यह फैसला किसके कहने पर लिया। सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने मामले की जानकारी CBI को भेज दी है और वे CBI जांच की मांग करते हैं। 'नई शराब नीति की CBI जांच कराई जाए..', LG के बाद अब मनीष सिसोदिया ने भी कही ये बात काशी विश्वनाथ मामले को लेकर गंभीर क्यों नहीं है सुप्रीम कोर्ट ? अपने ही नेता को JDU ने थमाया नोटिस, अकूत संपत्ति के आरोपों पर मांगा जवाब