बाहरी राज्यों में जम्मू कश्मीर के 350 से अधिक विद्यार्थी और करीब 40 हजार श्रमिक फंसे हुए हैं. लॉकडाउन की वजह से यह परिस्थिति उत्पन्न हुई है. वही, अब जम्मू कश्मीर लौटने पर इन लोगों के टेस्ट किए जाएंगे और इन्हें होम क्वारंटाइन में रखा जाएगा. उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने यह बात कही. चीन और स्पेन के बिगड़े हाल, एक दिन में सामने आए कई मामले अपने बयान में उन्होंने कहा कि बाहरी देशों में फंसे जम्मू कश्मीर के लोगों की सुरक्षित वापसी के लिए विदेश मंत्रालय से बात की गई है. हमने बांग्लादेश, ईरान व अन्य देशों से लोगों को लाने का आग्रह किया है. अधिकतर को वापस लाया जा चुका है. उपराज्यपाल ने कहा कि लॉकडाउन के कारण कई प्रदेशों में जम्मू कश्मीर के विद्यार्थी फंसे हुए हैं. कुछ को मुम्बई, जैसलमेर में क्वारंटाइन में रखा गया है. कुछ बेंगलुरु, चेन्नई, नोएडा व आगरा में ठहरे हुए हैं. इटली में सुधरे हाल संक्रमित लोगों की संख्या में आई गिरावट इसके अलावा उन्होने कहा कि लॉकडाउन समाप्त होते ही इन्हें जम्मू कश्मीर लाया जाएगा. यहां लौटने पर उनके टेस्ट किए जाएंगे और होम क्वारंटाइन में रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सरकार पूरी योजना से जुटी हुई है. जम्मू संभाग में स्थिति नियंत्रण में है. उन क्षेत्रों में समस्या है जहां लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री रही है. उन लोगों की पहचान करके क्वारंटाइन किया गया है. रमजान को लेकर सऊदी के मस्जिदों में बड़ा एलान, प्रमुख नमाज़ को किया स्थगित WHO ने दी चेतावनी, जल्द हो सकते है और भी बुरे हाल सामने आई पाक की बड़ी लापरवाही, मस्जिदों में दी नमाज़ पढ़ने की अनुमति