रांची: मंगलवार को भी झारखंड में बारिश के बीच कई जगह वज्रपात हुआ। इस के चलते 14 व्यक्तियों की मौत हो गई तथा डेढ़ दर्जन झुलस गए। मृतक लोगों में हजारीबाग व लोहरदगा के 3-3, गिरिडीह व बेरमो के 2-2 तथा रामगढ, कोडरमा, पलामू व रांची के मेसरा के एक-एक लोग सम्मिलित हैं। हजारीबाग में वज्रपात की दो घटनाएं हुईं। हजारीबाग स्थित ऐतिहासिक सिलवार जगन्नाथ धाम मंदिर परिसर में शाम में रथयात्रा पर आयोजित मेले में वज्रपात से दो किशोरों की मौत हो गयी। दोनों की आयु 17 वर्ष के आसपास है। कहा जाता है कि शाम 4.45 बजे जब मेला उफान पर था उसी वक़्त तेज हवा के साथ वर्षा आरम्भ हो गई। इसी के चलते अचानक वज्रपात हुआ तथा बचने का अवसर भी नहीं प्राप्त हुआ। इस घटना के पश्चात् मेले में भगदड़ मच गई। इस घटना में डेढ़ दर्जन लोग घायल हैं। इधर, केरेडारी में भी ठनका से बच्चे की मौत हो गई। दूसरी तरफ रांची के मेसरा में वज्रपात से एक बच्ची की मौत हो गई। वहीं कोडरमा के चंदवारा में गया के 1 श्रमिक की जान चली गई। रामगढ़ के चितरपुर में एक महिला की मौत हो गई। पलामू के नौडीहा में भी महिला की मौत हुई है। वही ऐतिहासिक जगन्नाथ धाम मंदिर परिसर में मंगलवार की शाम रथयात्रा के मौके पर आयोजित मेला में वज्रपात से दो किशोरों की मौत हो गयी। दोनों की आयु 17 वर्ष के आसपास है। इस वज्रपात से मेला में सम्मिलित तकरीबन डेढ़ दर्जन लोग चोटिल हुए हैं। शाम 4.45 बजे जब मेला अपने उफान पर था उसी वक़्त तेज हवा के साथ वर्षा आरम्भ हो गई। इसी के चलते अचानक वज्रपात हुआ तथा लोगों को बचने का अवसर भी नहीं प्राप्त हुआ। वज्रपात की इस घटना के पश्चात् मेला में भगदड़ मच गई। 'तुझे पता है हम कितने बड़े डॉन है...', भोपाल के बाद इंदौर में हुई शख्स की जमकर पिटाई उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ माँ नर्मदा की आरती में हुए भाव-विभोर कमलनाथ ने बीजेपी सरकार पर साधा निशाना, 4 महीने बाद शिवराज सरकार की विदाई तय