बैंगलोर: कर्नाटक में जारी सियासी उथल-पुथल के बीच वीरशैव-लिंगायत समुदाय में बड़ी तादाद में अनुयायी रखने वाले दो प्रमुख धर्मगुरु 20 जुलाई को सीएम बीएस येदियुरप्पा के समर्थन में उतरे हैं। मुरुघ मठ के संत श्री शिवमूर्ति शरणारू ने 20 जुलाई को चित्रदुर्ग में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता के समर्थन में एक प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा, लिंगायत जाति और धर्म से संबंधित हो सकते हैं। किन्तु वह सभी के लिए एक नेता हैं। वह एक जन नेता हैं जो सभी के साथ एक समान व्यवहार करते हैं। उन्होंने सभी जातियों और धर्मों के लोगों के विकास के लिए समान रूप से कार्य किया है। इसलिए यह बेहद अहम है कि वह कर्नाटक के सीएम के रूप में बने रहें। उन्होंने आगे कहा कि येदियुरप्पा एक जमीन से जुड़े हुए नेता हैं। श्री शिवमूर्ति शरणारू ने आगे कहा कि येदियुरप्पा ने पार्टी को सिरे से खड़ा किया है। उसे परेशान नहीं किया जाना चाहिए। हम यहां उनका समर्थन करने और उनके साथ एकजुटता प्रकट करने के लिए हैं। यदि उन्हें हटा दिया जाता है तो पार्टी को नुकसान होगा। बता दें कि बीते कुछ दिनों से कर्नाटक में सीएम बदलने की ख़बरें सामने आ रही थीं, हालांकि, येदियुरप्पा ने इन अटकलों को ख़ारिज कर दिया था। घर जाने के लिए कोरोना संक्रमित शख्स ने पहना बुर्का, लेकिन इस छोटी-सी गलती ने खोल दी पोल पीएम मोदी की बैठक का कांग्रेस और अकाली दल ने किया बहिष्कार, बताई ये बड़ी वजह पेड्रो कैस्टिलो राष्ट्रपति-चुनाव के बने विजेता