मुंबई : भले ही शराब कारोबारी विजय माल्या पर बैंकों का करोड़ो रूपये बकाया हो या फिर उस पर कानूनी शिकंजा कसा हुआ हो, बावजूद इसके माल्या को किसी तरह से कानून का डर नहीं है और यही कारण है कि वह सुप्रीम कोर्ट को न तो जानकारी देने का प्रयास कर रहा है और न ही वह आत्मसमर्पण करना चाहता है। इस मामले में माल्या को सुप्रीम कोर्ट ने हड़काया है। बताया गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई के दौरान माल्या से यह पूछा था कि तुम्हारी संपत्ति का आंकड़ा क्या है, लेकिन उन्होंने कोर्ट को भी यह बताना उचित नहीं समझा कि वे कितनी संपत्ति के मालिक है। कोर्ट को जो उन्होंने जानकारी दी, वह आधी अधूरी थी, इस पर कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाते हुये यह आदेश दिये है कि वह चार सप्ताह के भीतर अपनी पूरी संपत्ति की जानकारी कोर्ट को हर हालत में दे दें। गौरतलब है कि विजय माल्या पर कोई नौ सौ करोड़ बैंकों का बकाया है और वह अभी विदेश में है। मामले की सुनवाई तो चल रही है लेकिन इसके बाद भी माल्या कोर्ट को अपने बारे में पूरी जानकारी देने से चूक नहीं रहा है। भारत के भगोड़े विजय माल्या ब्रिटेन में प्रेस कांफ्रेंस को करेंगे संबोधित