उम्र गुजर जाती है भारत रत्न पाने में, 66 साल में महज इन 48 दिग्गजों को मिला यह सम्मान

भारत के सबसे उंचें सम्मान का दर्जा 'भारत रत्न' को प्राप्त है. भारत रत्न मिलना कोई आम बात नहीं होती है. भारत रत्न के कद के साथ ही इसे प्रदान किए जाने वाले व्यक्ति के कद को भी देखा जाता है. देश-दुनिया में ख़ास पहचान रखने वाले, अपने काम से सभी को हतप्रभ करने वाले, लोगों के दिलों पर छाने वाले, विरोधी होने के बाद भी उनके होंठों पर अपना नाम लाने वाले, देश और समाज के लिए काम करने वाले कुछ एक दिग्गजों को ही यह सम्मान प्रदान किया जाता है. 

भारत के सबसे ऊँचें राष्ट्रीय सम्मान होने के नाते भारत रत्न का कद अन्य सभी सम्मान से स्वतः ही बढ़ जाता है. कई लोग जीते जी इस सम्मान को पा लेते हैं, तो वहीं कई लोगों को मरणोपरांत भी यह सम्मान प्रदान किया जाता है. भारत रत्न के इतिहास में अब तक 48 हस्तियों को यह सम्मान दिया जा चुका है. पहली बार भारत रत्न साल 1954 में देश के दूसरे राष्ट्रपति रहे डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को प्रदान किया गया था. आइए जानते हैं भारत रत्न पाने वाली ये 48 हस्तियां कौन-सी है ?

भारत रत्न पाने वाली 48 हस्तियों की सूची...

1954 : डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (दूसरे राष्ट्रपति) 1954 : सी. राजगोपालाचारी (अंतिम गवर्नर जनरल) 1954 : डॉ. सी वेंकट रमन (नोबेल पुरस्कार सम्मानित भौतिकशास्त्री)  1955 : डॉ. भगवान दास (स्वतंत्रता सेनानी)  1955 : डॉ. विश्वेशरय्या (सिविल इंजीनियर) 1955 : जवाहरलाल नेहरू (प्रथम प्रधानमंत्री)  1957 : गोविंद वल्लभ पंत (स्वतंत्रता सेनानी)  1957 : डॉ. धोंडो केशव कर्वे (समाज सुधारक)  1958 : डॉ. बीसी राॅय (पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री)  1961 : पुरुषोत्तम दास टंडन (स्वतंत्रता संग्राम सेनानी)  1961 : डॉ. राजेंद्र प्रसाद (प्रथम राष्ट्रपति)  1963 : डॉ. जाकिर हुसैन (तीसरे राष्ट्रपति)  1963 : डॉ. पीवी काणे (संस्कृत के विद्वान)  1966 : लाल बहादुर शास्त्री (तीसरे प्रधानमंत्री) मरणोपरान्त 1971 : इंदिरा गांधी (चौथी प्रधानमंत्री)  1975 : वीवी गिरी (चौथे राष्ट्रपति)  1976 : के. कामराज (स्वतंत्रता सेनानी) मरणोपरान्त 1980 : मदर टेरेसा (नोबेल पुरस्कार सम्मानित, मिशनरीज की संस्थापक)  1983 : आचार्य विनोबा भावे (स्वतंत्रता सेनानी) मरणोपरान्त 1987 : खां अब्दुल गफ्फार खां (स्वतंत्रता सेनानी) पहले गैर-भारतीय 1988 : एमजी रामचंद्रन (अभिनेता, तमिलनाडु के सीएम) मरणोपरान्त 1990 : डॉ. अंबेडकर (संविधान के रचयिता) मरणोपरान्त 1990 : नेल्सन मंडेला (नोबेल पुरस्कार सम्मानित, रंगभेद विरोधी आंदोलन के नेता)  1991 : राजीव गांधी (सातवें प्रधानमंत्री) मरणोपरान्त 1991 : सरदार वल्लभ भाई पटेल (पहले गृहमंत्री, स्वतंत्रता सेनानी) मरणोपरान्त 1991 : मोरारजी देसाई (पांचवें प्रधानमंत्री)  1992 : मौलाना आजाद (पहले शिक्षा मंत्री) मरणोपरान्त 1992 : जेआरडी टाटा, (उद्योगपति) मरणोपरान्त 1992 : सत्यजीत रे (फिल्मकार)  1997 : एपीजे अब्दुल कलाम (वैज्ञानिक)  1997 : गुलजारीलाल नंदा (दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री रहे)  1997 : अरुणा असफ अली (स्वतंत्रता सेनानी) मरणोपरान्त 1998 : एमएस सुब्बालक्ष्मी (शास्त्रीय गायिका)  1998 : सी. सुब्रमण्यम (स्वतंत्रता सेनानी)  1998 : जयप्रकाश नारायण (स्वतंत्रता सेनानी, जेपी मूवमेंट के जनक) मरणोपरान्त 1999 : पंडित रविशंकर (सितार वादक)  1999 : अमर्त्य सेन (नोबेल पुरस्कार सम्मानित अर्थशास्त्री) 1999 : गोपीनाथ बोरदोलोई (स्वतंत्रता सेनानी) मरणोपरान्त 2001 : लता मंगेशकर (पार्श्व गायिका) 2001 : उस्ताद बिस्मिल्ला खां (शहनाई वादक)  2008 : पंडित भीमसेन जोशी (शास्त्रीय गायक)  2014 : सचिन तेंडुलकर (क्रिकेटर) 2014 : सीएनआर राव (वैज्ञानिक और रसायनशास्त्री) 2014 : अटल बिहारी वाजपेयी (पूर्व प्रधानमंत्री) 2014 : पं. मदनमोहन मालवीय (शिक्षाविद)  2019 : प्रणब मुखर्जी (पूर्व राष्ट्रपति) 2019 : भूपेन हजारिका (गायक) 2019 : नानाजी देशमुख (विचारक, समाजसेवी)

 

 

 

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