नेपाल में सियासी हलचल काफी तेज हो गई है. वही भारत के खिलाफ बयानबाजी को लेकर प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली पर पद छोड़ने का दबाव निरंतर बढ़ रहा है। इसी बीच ओली आज देश को संबोधित करने वाले हैं। उन्होंने राष्ट्रपति बिध्या देवी भंडारी से शीतल निवास पर मुलाकात की है। इसके मद्देनज़र ओली के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने की अटकलें भी शुरू हो गई हैं। वहीं, नेपाल सरकार ने संसद के बजट सत्र को रद्द करने का फैसला किया है. वही प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और पूर्व प्रधानमंत्री पुष्पा कमल दहल प्रचंड के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। ओली के बलूवाटार स्थित सरकारी आवास पर हुई कैबिनेट की बैठक में संसद का बजट सत्र स्थगित करने का फैसला लिया गया है। वही राष्ट्रपति ने संसदीय सत्र को रद्द करने के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए इसे संसद सचिवालय को भेज दिया है। दूसरी तरफ बलुवाटार में चल रही कम्युनिस्ट पार्टी की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में केपी शर्मा ओली शामिल नहीं हुए। नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी के नेता निरंतर उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। पार्टी की स्थायी समिति की बैठक में पुष्प कमल दहल प्रचंड, माधव नेपाल, झलनाथ खनाल और बामदेव गौतम सहित वरिष्ठ नेताओं ने ओली से इस्तीफा देने की मांग की थी। पार्टी में विभाजन की खबरों के बीच बुधवार को ओली ने कैबिनेट मंत्रियों सहित अपने प्रमुख विश्वासपात्रों के साथ बैठक की थी। एनसीपी की बुधवार की स्थायी समिति की बैठक के दौरान 17 सदस्यों ने ओली के इस्तीफे की मांग की। यह पहली बार है जब कुल 44 स्थायी समिति के सदस्यों में से 31 ओली के खिलाफ खड़े हुए हैं। तथा इस पर ओली ने कोई बयान नहीं दिया है. ना चुनाव होगा ना मतदान, 2036 तक रूस के रष्ट्रपति बने रहेंगे पुतिन, जानिए कैसे ? राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून का हांगकांग में विरोध जारी, भारतीय राजदूत ने कही यह बात अमेरिकी नेता का भारत को मिला समर्थन, कहा-चीन के आगे नहीं झुकेगा भारत...कोरोना महामारी के दौरान मैक्सिको में हुआ हमला, 24 लोगो ने गंवाई जान