पटना: बिहार में महागठबंधन के लोकसभा सीट शेयरिंग की तस्वीर स्पष्ट हो चुकी है, अब सारी निगाहें एनडीए के घटक दलों पर जमी हुई है. लोजपा के दिग्गज नेता रामविलास पासवान की नाराजगी दूर करने के लिए गुरूवार को काफी देर तक चर्चा चली. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के महासचिव भूपेंद्र यादव ने लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान से एक घंटे तक चर्चा करके नाराजगी दूर करने की कोशिश की. राहुल गाँधी से मिलने गहलोत-पायलट पहुंचे दिल्ली, मंत्रिमंडल के गठन पर होगी चर्चा सूत्रों के अनुसार, बिहार में एनडीए के घटक दलों के सीट शेयरिंग पर आम सहमति लगभग बन चुकी है और शुक्रवार को कोई बड़ा ऐलान हो सकता है. बताया जा रहा है कि बिहार में लोकसभा सीट शेयरिंग के अलावा एक राज्यसभा सीट को लेकर मामला अटका हुआ है. इस राज्यसभा सीट का वादा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा सितंबर में किया गया था, जो अब तक अधूरा है. मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार कमज़ोर, ज्यादा दिन नहीं टिक पाएगी- भाजपा इस मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री भी रामविलास पासवान के साथ खड़े दिख रहे हैं. जदयू का मानना है कि अगर लोजपा बिहार में एनडीए से बाहर गई तो गठबंधन को भारी क्षति हो सकती है. वहीं लोजपा का कहना है कि भाजपा अपना वादा निभाए. बताया जा रहा है कि रामविलास पासवान अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में उतरने के बजाए राज्यसभा से सांसद बनना चाह रहे हैं और यह भाजपा की मदद के बिना संभव नहीं दिख रहा है. खबरें और भी:- भाजपा की रथ यात्रा रोकने पर अड़ी ममता सरकार, फिर से पहुंची अदालत बिहार में महागठबंधन हुआ तैयार, लोकसभा चुनाव् की तैयारी में विपक्ष अमित शाह से मिलने पहुंची टीम लोजपा, दूर होगी नाराजगी या फिर पाला बदलेंगे पासवान ?