पटना: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) पार्टी के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले ताकत दिखाने का निर्णय लिया है. जिसके बाद कहा जा रहा है कि महागठबंधन में दरार आ गई है. साथ ही बिहार में अब राजनीति भी शुरू हो गई है. मांझी ने कहा था कि उन्हें राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ठगा है, इसलिए अब वह अकेले ही चुनाव लड़ेंगे. मांझी के बयान के बाद लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) विधायक दल के नेता राजू तिवारी कहा है कि जीतनराम मांझी मानसिक रूप से परेशान हैं. राजू तिवारी के अनुसार जीतनराम मांझी को न तो भाजपा ने ठगा है और न ही महागठबंधन की किसी पार्टी ने ठगा. उन्होंने कहा मांझी अकेले लड़ें या किसी के साथ नतीजा वही होगा जो लोकसभा चुनाव के दौरान हुआ था. वहीं, इस मामले में रालोसपा से जेडीयू में आए ललन पासवान ने कहा है कि जीतनराम मांझी उसी दिन ठगे गए थे जिस दिन उन्होंने NDA का साथ छोड़ा था. एनडीए से अलग होकर उन्होंने अपने आप को ही ठगा है. अब उन्हें महागठबंधन से हटने के बाद वास्तविकता का एहसास हुआ है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन से ठगाने के बाद वह बिल्कुल अकेले पड़ गए हैं. इसलिए अब मांझी इस तरह का बयान दे रहे हैं. कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता ने छोड़ा पार्टी का साथ, एस कुजूर ने दिया इस्तीफा तंजानिया में तेल टैंकर में विस्फोट, अब तक 57 लोगों की मौत 'अरविंद केजरीवाल' को इस व्यक्ति ने दी जान से मारने की धमकी, पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा