कोरोना वायरस का कहर इस समय सभी जगह देखने के लिए मिल रहा है. ऐसे में लॉकडाउन लगा हुआ है और इस लॉकडाउन को अब बढ़ाकर 3 मई तक के लिए कर दिया गया है. ऐसे में आपको बता दें कि इसी बीच पंचक भी शुरू हो रहा है और इस दौरान कई ऐसे काम है जो नहीं करने चाहिए, आइए जानते हैं उसके बारे में. क्या होता है पंचक? - कहते हैं जब चन्द्रमा कुंभ और मीन राशि पर रहता है उसी समय को पंचक कहते हैं. इसी के साथ इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए. आप सभी को बता दें कि पंचक के दौरन जिस समय घनिष्ठा नक्षत्र हो उस समय घास, लकड़ी आदि ईंधन को भी एकत्रित नहीं करना चाहिए. कब है पंचक - पंचक तिथि प्रारंभ - 17 अप्रैल, 12:18 PM पंचक तिथि समाप्त - 22 अप्रैल, 01:18 PM पंचक पर ना करें ये काम - इस दौरान चारपाई बनाना अच्छा नहीं होता है. वहीं अगर आपने इन दिनों में चारपाई बनाई या बनवाई तो आप पर बड़ा संकट आ सकता है. कहा जाता है पंचक काल में जिस समय घनिष्ठा नक्षत्र हो उस समय घर या कही पर लकड़ी, घास या फिर जलाने वाली वस्तुएं नही एकत्र करनी चाहिए. क्योंकि अगर आपने ऐसा करा तो आग लगने का भय रहता है. इसी के साथ ऐसी भी मान्यता है कि जब पंचक शुरू हो तब किसी यात्रा से बचना चाहिए. मुख्यतः दक्षिण दिशा की तरफ यात्रा ना करें. केवल इतना ही नहीं घर के निर्माण के समय पंचक काल में छत नहीं डाला जाना चाहिए क्योंकि इससे नुकसान और घर में क्लेश होता है और ना ही ग्रहप्रवेश करें. इस दौरान किसी भी तरह का शुभ कार्य जैसे कोई विशेष पूजा या समारोह को भी पंचक तिथि में टाल देना ही बेहतर है. जरूर रखे वरुथिनी एकादशी व्रत, जानिए महत्व 18 अप्रैल को है वरुथिनी एकादशी, जानिए व्रत विधि घर के दरवाजे पर लगाई है भगवान की तस्वीर तो रोज सुबह जरूर करें यह काम वरना होगा विनाश