मध्य प्रदेश के इंदौर में सबसे ज्यादा कोरोना मरीज मिले है. और अब शहर में नए-नए क्षेत्रों में लगातार मरीज मिल रहे हैं. जरा सी लापरवाही शहर को भारी पड़ सकती है. केंद्र सरकार के निर्देश और गाइडलाइन मानने के लिए जिला प्रशासन बाध्य नहीं है. जिले की स्थिति के मुताबिक ही निर्णय लिया जाएगा. ऐसे में शहर में चल रहे तीसरे चरण के लॉकडाउन को और बढ़ाया जा सकता है. दरअसल, यह बात कलेक्टर मनीष सिंह ने शनिवार को मीडिया से चर्चा में कही है. उन्होंने कहा कि इंदौर में 17 मई के बाद लॉकडाउन में किसी प्रकार की राहत नहीं दी जा रही है. इसलिए लोग अपने मन से यह बात निकाल दें कि 17 के बाद लॉकडॉउन समाप्त होने जा रहा है. लोगों को संयम रखना पड़ेगा. हम बहुत खराब स्थिति से काफी संघर्ष कर बेहतर स्थिति तक आए हैं. इसलिए किसी प्रकार की जल्दबाजी नहीं करेंगे. अभी भी शहर के नेहरू नगर, एरोड्रम, गंगवाल बस स्टैंड जैसे इलाकों में लगातार मरीज मिल रहे हैं. बता दें की कलेक्टर ने ये भी कहा है कि शहर में शराब की दुकानें नहीं खुलेंगी. दूसरे जिलों और राज्यों की तरह यहां शराब की ऑनलाइन होम डिलीवरी भी नहीं की जाएगी. गोकुलदास अस्पताल के मामले में उन्होंने कहा कि अभी इसकी जांच चल रही है. उन्होंने बताया कि सब्जियों की होम डिलीवरी की व्यवस्था अब स्थापित हो गई है. हमने स्थानीय स्तर पर माल खरीदने के लिए भी कहा है. लौकी, गिल्की जैसी सब्जियों की पैदावार काफी ज्यादा है. इसलिए इन्हें दूसरे जिलों में भेजने के लिए भी कहा गया है. भोपाल से कश्मीर के 365 विद्यार्थी घर के लिए होंगे रवाना सीएम योगी पर प्रियंका का प्रहार, कहा- मजदुर देश के निर्माता, आपके बंधक नहीं एमपी के 500 नमूने भेजे गए अहमदाबाद, रैंडम सैंपलिंग की संख्या बढ़ी