पटना : जनता दल यूनाईडेट में उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर को लेकर सबकुछ ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सोमवार को कहा, "प्रशांत का राजनीतिक जीवन अभी-अभी शुरू हुआ है। अगर वे हमारे साथ रहेंगे तो परफेक्ट बन जाएंगे। पीके पहले चुनावी रणनीतिकार थे, लेकिन अब वे राजनीतिक कार्यकर्ता हैं। प्रशांत ने 2015 में हमारे लिए काम किया था। लेकिन, अब वह भूमिका बदल गई है। अब अगर पीके के मन में कोई भ्रम है, तब तो यह अलग विषय है. समाजवादी रथ पर चढ़कर निकले मुलायम सिंह, पूरी की नामांकन प्रक्रिया कुछ ऐसा बोले नितीश सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नीतीश ने कहा कि अगर प्रशांत को कोई दिक्कत है तो उनको समझना चाहिए। वैसे तो वे बतौर चुनावी रणनीतिकार अलग-अलग पार्टियों के नेताओं से बात करते रहे हैं। लेकिन, अब वे हमारी पार्टी का हिस्सा हैं। पार्टी के उपाध्यक्ष हैं। नीतीश ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जदयू ने उनको पार्टी का स्टार प्रचारक बनाया है। प्रशांत और हमारे बीच में अच्छे रिश्ते हैं। वे हमेशा मेरा सम्मान करते हैं। मैं उन पर बहुत अधिक भरोसा करता हूं, लेकिन कुछ मुद्दों पर हम आमने-सामने भी होते हैं। तमिलनाडु में आयकर विभाग की बड़ी कार्यवाही, छापेमारी में मिली बोरे में भरी नोटों की गड्डियां कुछ समय पहले ही पार्टी में शामिल हुए है प्रशांत जानकारी के लिए बता दें प्रशांत किशोर को पिछले साल अक्टूबर में जनता दल यूनाइटेड का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था। इससे पहले वे 16 सिंतबर को जदयू में शामिल हुए थे। तभी से ऐसा कहा जा रहा था कि वे पार्टी से जुड़े फैसलों में नीतीश के बाद नंबर दो पर हैं। जदयू में आने से पहले प्रशांत चुनाव रणनीतिकार थे। 2014 लोकसभा चुनाव में उन्होंने नरेंद्र मोदी के प्रचार की रणनीति तैयार की थी। लोकसभा चुनाव: जुमई-गया में पीएम मोदी की जनसभा आज, करेंगे चुनावी शंखनाद इंडियन आर्मी को 'मोदी की सेना' कह गए सीएम योगी, आए चुनाव आयोग के निशाने पर जब शिकायतकर्ता को सुषमा ने कहा शुक्रिया, दिया ये जवाब