'3 दिन में जवाब दें राहुल गांधी..', पीएम मोदी पर लगाए थे आरोप, अब देना पड़ेंगे तथ्य

नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी को लोकसभा सचिवालय ने नोटिस जारी किया है। राहुल गांधी को यह नोटिस पीएम नरेंद्र मोदी पर की गई ‘असंसदीय टिप्पणी’ को लेकर भेजा गया है। दरअसल, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने राहुल गाँधी पर विशेषाधिकार हनन का इल्जाम लगाया था। इसके साथ ही, सचिवालय में शिकायत दी गई थी। नोटिस का जवाब देने के लिए राहुल को बुधवार (15 फरवरी) तक की मोहलत दी गई है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते 7 फरवरी को लोकसभा में राष्ट्रपति के राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा चल रही थी। इस दौरान राहुल गाँधी ने पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी की थी। इसको लेकर राहुल गांधी पर गलत, अवमानना, असंसदीय टिप्पणी करने व भ्रामक तथ्य रखने का इल्जाम लगा था। इसके बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस सांसद पर विशेषाधिकार हनन का आरोप लगाते हुए शिकायत दी थी। इतना ही नहीं, निशिकांत दुबे और प्रह्लाद जोशी ने राहुल गाँधी को विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा था और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र भी लिखा था।

एक पत्र में भाजपा सांसद प्रह्लाद जोशी माँग की थी कि नियम 380 के तहत राहुल गांधी की असंसदीय टिप्पणी और तथ्यों को सदन की कार्यवाही से हटाया जाए। अब इस मामले पर कार्रवाई करते हुए लोकसभा सचिवालय के विशेषाधिकार और आचरण शाखा के उप-सचिव ने राहुल गाँधी को ई- मेल करते हुए नोटिस भेजा है। इस नोटिस का जवाब देने के लिए राहुल गाँधी को बुधवार (15 फरवरी) तक की मोहलत दी गई है।

दरअसल, राहुल गाँधी ने लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी पर इल्जाम लगाते हुए कहा था कि 'अडानी के लिए मोदी सरकार ने नियमों में परिवर्तन किए। साल 2014 में विश्व के रईस लोगों की सूची में अडानी 609 नंबर पर थे। मगर, फिर इसके बाद पता नहीं ऐसा कौन सा जादू हुआ कि अडानी दूसरे पायदान पर पहुँच गए।' राहुल गाँधी के इन तथ्यहीन आरोपों को लेकर भाजपा नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया किया था। भाजपा का कहना था कि राहुल गाँधी ने बगैर किसी सबूत के पीएम मोदी पर आरोप लगाए हैं। इसलिए उन्हें देश से माफी माँगनी चाहिए।

बता दें कि, इससे पहले भी राहुल गांधी, मोदी सरकार को घेरने में ऐसे बयान दे चुके हैं, जो बाद में उन्ही पर भारी पड़े हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी राफेल सौदे को लेकर पीएम मोदी पर आरोप लगा रहे थे, इस दौरान उनके साथ पूरी कांग्रेस 'चौकीदार चोर है' के नारे लगा रही थी। उस वक़्त सुप्रीम कोर्ट में राहुल गांधी को बिना शर्त के माफ़ी मांगनी पड़ी थी और उन्होंने अदालत में कहा था कि, चुनावी गर्मजोशी में उनके मुंह से यह बात निकल गई।    

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