नई दिल्ली: आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आज देशभर में संविधान दिवस मनाया जा रहा है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने शुक्रवार को कहा कि भारत का संविधान गीता की तरह है, जो नागरिकों को राष्ट्र के लिए कार्य करने की प्रेरणा देती है। इस अवसर पर उन्होंने विपक्षी दलों के संविधान समारोह में हिस्सा न लेने पर भी प्रतिक्रिया दी। ओम बिरला ने कहा कि उनका कहना था कि उनके लिए बैठने का प्रबंध नहीं था, लेकिन ये झूठ है। इससे पहले संसद के सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस समारोह के उद्घाटन के मौके पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला अध्यक्ष ने कहा कि, अगर हम में से प्रत्येक देश के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध है, तो हम 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का निर्माण कर सकते हैं।" ओम बिरला ने देश के संविधान की तुलना पवित्र ग्रन्थ श्रीमदभगवत गीता से की। उन्होंने कहा कि ये केवल एक किताब नहीं, बल्कि देश के नागरिकों को देश के लिए काम करने की प्रेरणा का स्त्रोत है। बता दें कि इस समारोह का कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया। कांग्रेस के संविधान दिवस कार्यक्रम में न पहुंचने पर लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी पार्टी को निशाने पर लिया। ओम बिरला ने कहा कि, "उनका कहना था कि उनके लिए बैठने की व्यवस्था नहीं थी इसलिए वे नहीं आए। मगर ये झूठ है। ओम बिरला ने आगे कहा की, "मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी दोनों के स्टेज पर बैठने का प्रबंध किया गया था। संसदीय कार्य मंत्री और मेरे कार्यालय द्वारा उन्हें इस संबंध में सूचना दी गई थी। 'विचारधारा का मतभेद, जनसेवा में बाधक न बने..', विपक्ष को राष्ट्रपति की कड़ी नसीहत किसान आंदोलन को हुए एक साल, जानिए इससे क्या सीखे CM केजरीवाल ? 'MSP पर कानून बनाए बिना आंदोलन ख़त्म नहीं होगा..', राकेश टिकैत की दो टूक