महर्षि वाल्मीकि द्वारा रामायण में भगवान राम का सम्पूर्ण जीवन दर्शाया गया है उनके जन्म से लेकर उनके जीवन में घटने वाली सभी घटनाओं का चित्रण रामायण में किया गया है. यह बात तो सभी जानते है कि भगवान राम का जन्म सरयू नदी के तट पर बसे अयोध्या नगर में राजा दशरथ के घर पर हुआ था. जैसा की आप जानते है कि राम जन्म भूमि व बाबरी मस्जिद को लेकर कई वर्षो से विवाद की स्थिति चल रही है, बार-बार ये मामला शांत होने के बाद फिर से गरमा जाता है इन्ही सब के बीच एक हैरान कर देने वाली बात सामने आई है जिसके कारण लोगों में बहस छिड़ गई है. हम बात कर रहे है ऑल इंडियामुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सहायक महासचिव अब्दुल रहीम कुरैशी के विषय में जिन्होंने अपनी किताब में अयोध्या के संबंध में तर्क दिया है कि भगवान राम का जन्म गंगा नदी के मैदानी भाग में हुआ था जो की आज पाकिस्तना का हिस्सा है इसलिए भगवान राम का जन्मस्थान पाकिस्तान है. अब्दुल रहीम कुरैशी के द्वारा भगवान राम की सियासत का नाम सप्तसिंधु था और इस समय यह भाग हरियाणा व पंजाब की सीमा वाला भाग है जो भगवान राम की जन्म भूमि है जो आज डेरा इस्माइल खान के नाम से जानी जाती है और यह हिस्सा पाकिस्तान में आता है.अब्दुल रहीम कुरैशी ने अपनी किताब में इस बात पर भी संदेह जताया है की भगवान राम का जन्म त्रेता युग में हुआ था. कुरैशी की इस किताब ने लोगों को चौंका दिया है. राधा के अंतिम दिनों का ये रहस्य बहुत कम ही लोग जानते है भगवान शिव का जलाभिषेक भूल से भी शंख से न करें वरना.. नाग-नागिन के इस मंदिर का इतिहास किसी फिल्म से कम नहीं आखिर क्यों इस शिवलिंग की पूजा मुस्लिम भी करते है