नई दिल्ली : यह सरकार की निगरानी का ही नतीजा है, कि सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल को चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में एकल आधार पर घाटा कम होकर 730.64 करोड़ रुपये रहा. यह चमत्कार कर्मचारियों को दिये जाने वाले वेतन और अन्य लाभ में कमी किये जाने के कारण हुआ है. बता दें कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2016-17 की इसी तिमाही में कंपनी को 768.32 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था. दरअसल कर्मचारियों को दिया जाने वाला पुरस्कार और लाभ आलोच्य तिमाही में 623.19 करोड़ रुपये रहा जो एक वर्ष पहले 2016-17 की इसी तिमाही में 699 करोड़ रुपये था. उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल का चालू वित्त वर्ष का घाटा भले ही कम हो गया हो ,लेकिन उसकी आय में जरूर कमी आई है .कंपनी की कुल आय चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में करीब नौ प्रतिशत घटकर 791.1 करोड़ रुपये रही जो इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 870.98 करोड़ रुपये थी.इसमें निजी दूर संचार कंपनियों से होने वाली प्रतिस्पर्धा भी एक प्रमुख कारण है . यह भी देखें ऐसे शुरू करें इंस्टाग्राम पर अपना बिजनेस एक दशक में भारत बनेगा तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था