बिड़ला ग्रुप की कम्पनी के मुनाफे में घाटा

देश की जानी मानी और सबसे बड़ी सीमेंट कम्पनी अल्ट्राटैक का प्रदर्शन इस तिमाही में कमोज़र नज़र आया. फिलहाल इस कम्पनी की क्षमता 9.3 करोड़ टन है. अल्ट्राटैक के मुनाफे में घाटे का कारण 2.12 लाख टन वाली जेपी सीमेंट के अधिग्रहण को माना जा रहा है. और इस अधिग्रहण के अलावा अधिक अवमूल्यन और ब्याज भी इसके मुनाफे को प्रभावित कर रहा है.

जानकारी के अनुसार बिड़ला ग्रुप की इस कम्पनी का शुद्ध लाभ इस तिमाही के दौरान 31% गिरा है. 31% घाटे के कारण इसका लाभ 423 करोड़ रह गया. पिछले साल इस इसका लाभ 614 करोड़ रूपये था. हालांकि कम्पनी मुनाफे के मामले में भले फिसली हो लेकिन उसकी शुद्ध बिक्री में करीब 20% का इज़ाफ़ा हुआ है. अल्ट्राटेक ने बाज़ार के आकलन से 12% शानदार प्रदर्शन किया.

ऐसे ही इस कारोबारी हफ्ते की शुरुआत में बम्बई स्टॉक मार्केट ने नहीं बुलंदी को छुआ और नया रिकॉर्ड बनाया लेकिन उसके बाद से लगातार गिरावट दर्ज़ की गयी. वहीं बिड़ला ग्रुप की कम्पनी ने अपने एक बयान में बताया कि - 'अधिग्रहीत सीमेंट संयंत्र से संबंधित अवमूल्यन और ब्याज लागत बढऩे के कारण वित्त वर्ष 2017 की दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी का कर बाद मुनाफा 614 करोड़ रुपये से घटकर 423 करोड़ रुपये रह गया। इस तिमाही के दौरान ईंधन कीमतों में तेजी के कारण लागत में वृद्धि की प्रवृत्ति जारी रहेगी।'कहा, 'इन संयंत्रों में विनिर्मित सीमेंट की गुणवत्ता में सुधार लाना और उसे स्थिर बनाते हुए कंपनी के मानक के सतर तक लाना सबसे अहम मुद्दा है।' 

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