मुंबई : मीरा-भाईंदर महानगरपालिका में हुए चुनाव में आखिर भाजपा की मेहनत रंग ले आई और उसे पूर्ण बहुमत मिल गया. रविवार को हुए 95 सीटों के चुनाव में से भाजपा को 61 सीटें मिली हैं, जबकि बहुमत के लिए 48 सीटें ही चाहिए थी.शिवसेना को 22 सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस 10 सीटों पर संतोष करना पड़ा. निर्दलीयों ने दो सीटें जीत ली, जबकि एनसीपी का तो खाता तक नहीं खुला. उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जादू से भाजपा को मिली इस सफलता ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को राजनीतिक रूप से और ताकतवर बना दिया है. यह चुनाव भाजपा और शिवसेना के लिए मूंछ का बाल बन गई थी, जिसमें भाजपा ने शिवसेना को भारी अंतर से शिकस्त दी है. भारी बारिश और कम मतदान के बावजूद भाजपा की यह जीत मायने रखती है, जबकि शिवसेना ने निराश किया. कांग्रेस ने दोहरे अंकों में पहुँच कर अपनी लाज बचा ली. सबसे बुरा हाल तो एनसीपी का रहा, जिसका खाता भी नहीं खुला .यहां 24 प्रभागों में 95 सीटों पर कुल 509 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. बता दें कि मीरा-भाईंदर महानगरपालिका में सत्ता पाने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत लगाईं थी.इसके लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक साल से लगे हुए थे. स्थानीय नेतृत्व नरेंद्र मेहता से नाराज था . इसलिए लोगों को मनाने के लिए मुख्यमंत्री ने मीरा भाईंदर में बैठक की और दो जनसभाएं कीं.मुंबई व ठाणे महानगरपालिका के जनप्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों को चुनाव प्रचार में लगाया. जबकि शिव सेना इस बात पर संतोष कर सकती है कि उसे पिछली बार की 14 सीटों की तुलना में इस बार 22 सीटें मिली. जानिए क्या चल रहा है हमारे देश की राजनीती में, पढिये राजनीतिक पार्टी से जुडी ताज़ा खबरें बिल्डर घोटाले को लेकर CM फडणवीस से हो सकती है पूछताछ अब नहीं है बॉलीवुड फिल्मो के लीक होने का डर देश में बन गया है 'एंटी पायरेसी स्क्वायड'