लखनऊ। उत्तरप्रदेश की राजनीति में हलचल का दौर है। एक ओर जहाॅं समाजवादी पार्टी से नेता टूटकर अन्य दल में जा रहे हैं वहीं बहुजन समाज पार्टी से पूर्व मंत्री इंद्रजीत सरोज को निकाल दिया गया है। जब इंद्रजीत सरोज को इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने कौशांबी जिलाध्यक्ष को इस्तीफा दे दिया। पार्टी की ओर से कहा गया है कि उनकी बयानबाजियों को लेकर इस तरह का निर्णय लिया गया है। इलाहाबाद में जोनल कोआॅर्डिनेटर अशोक गौतम ने भी यही बात कही है। इलाहाबाद में रात में पत्रकार वार्ता में जोनल कोआर्डिनेटर डाॅ.अशोक गौतम ने बताया कि मौजूदा परिस्थिति में वे पार्टी में किसी पद पर नहीं हैं, उन्हें दो दिन पहले ही लखनऊ के जोनल कोआर्डिनेटर पद से हटाया गया है। उन्हें लेकर जानकारी मिली है कि उनकी दूसरी पार्टी से सेटिंग हो गई है। उन्होंने आरोप लगाए कि इंद्रजीत साजिश के तहत उल्टी सीधी बयानबाजी कर रहे हैं। किसी और पार्टी में इनका जाना तय हो गया हैए इसीलिए पार्टी सुप्रीमो मायावती पर फर्जी आरोप लगा रहे हैं। इंद्रजीत सरोज ने पूर्व में मीडिया को जानकारी दी और कहा कि मायावती ने फोन पर पार्टी की आर्थिक हालत खराब होने का हवाला दिया था। उन्होंने बताया कि विधानसभा की 403 सीटों को लेकर रजिस्टर तैयार बिया गया और प्रत्येक विधानसभा से करीब 9 लाख से 22 लाख रूपए तक वसूल कर पार्टी फंड में जमा करने की बात कही गई। जब मैंने इस तरह रकम एकत्रित करने से इन्कार कर दिया तो मायावती ने मुझे पार्टी से निकलने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पार्टी में आपकी जरूरत नहीं है। इंद्रजीत ने पार्टी से निकाले गए नसीमुद्दीन का हवाला भी दिया। जिसके बाद उन्होंने अपने करीब 250 समर्थकों के साथ पार्टी के जिलाध्यक्ष हरीलाल बौद्ध को इस्तीफा सौंप दिया। जानकारी सामने आई है कि बसपा को जमकर नुकसान हो सकता है। दरअसर कौशांबी में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को मिलाकर करीब 250 लोगों ने बसपा का दामन छोड़ दिया है। उत्तरप्रदेश में पूर्व बसपा सांसद के बेटे और पुलिस के बीच फायरिंग राज्यसभा के उपसभापति ने मायावती से इस्तीफे पर पुनर्विचार का आग्रह किया भाजपा लालच देकर पार्टी को तोड़ने काम कर रही है : अखिलेश यादव