भाजपा ने उप चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है, बता दे कि सहयोगी अपना दल एस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. भाजपा ने बूथों तक अपने समीकरण मजबूत किए हैं. साथ ही विपक्ष की सुस्ती का भी लाभ उठाने में जुटी है. अभी तक सपा, बसपा और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की कोई चुनावी जनसभा नहीं हुई, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के दिग्गज चुनावी क्षेत्रों को कई बार मथ चुके हैं. आगे जाने पूरी रिपोर्ट केंद्र सरकार आडवाणी और जोशी को दे सकती है यह बड़ी छूट पहली बार उप चुनाव में बसपा मुकाबले में है, पर किसी भी क्षेत्र में बसपा अध्यक्ष मायावती की कोई जनसभा नहीं हुई. बसपा की ओर से जारी स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल आकाश आनंद व सतीश मिश्रा जैसे नेता भी सक्रिय नहीं दिख रहे. प्रचार की कमान प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली और कोआर्डिनेटर ही संभाले हैं. बीजेपी प्रवक्ता ने नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी का उड़ाया मजाक, कही यह बात आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव झांसी मुठभेड़ जैसे मुद्दों पर आंदोलित तो दिखे लेकिन उप चुनाव में किसी भी क्षेत्र में सक्रिय नहीं दिखे. चुनाव प्रचार में नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ही अगुवा बने है. मुकुल रॉय ने सख्त रूख अपनाते हुए राज्यपाल के अपमान पर कही ये बड़ी बात फारूक अब्दुल्ला फिर से किए गए नजरबंद, न्यायिक हिरासत में बेटी आरे जंगल मामलाः आदित्य ठाकरे ने कहा, यह मनुष्य बनाम पर्यावरण की लड़ाई