लखनऊ: इन दिनों तीन तलाक़, निकाह हलाला,बहुविवाह जैसे इस्लामिक मुद्दे सुर्ख़ियों में हैं और टीवी चैनल्स पर भी इन मुद्दों को लेकर काफी चर्चा हो रही है. इसी से नाराज़ होकर इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने इस्लाम को टीवी चैनल्स पर बहस का मुद्दा ना बनाने का अनुरोध किया है. उनका कहना है कि टीवी चैनल्स वाले इस्लाम और शरीयत को गलत ढंग से पेश कर रहे हैं. सदन में भगोड़ा आर्थिक अपराधी विधेयक पारित यही नहीं मौलाना ने प्रेस कौंसिल ऑफ़ इंडिया और सरकार से ऐसे कार्यक्रमों पर पाबन्दी लगाने कि बात कही है और साथ ही उलेमाओं को भी ये निर्देश दिए हैं कि वे भी इस तरह के कार्यक्रमों में शामिल ना हों. मौलाना ने कहा कि इन्ही बहसों के चलते कुछ दिन पहले मुफ्ती एजाज अरशद कासमी और एक महिला के बीच लाइव टीवी पर कहासुनी हो गई थी, जो की बेहद निंदनीय है. उन्होंने कहा कि इस तरह की बहस से लोगों में अविश्वास फ़ैल रहा है और मजहब का मज़ाक बन रहा है. पी चिदंबरम- कार्ति चिदंबरम के खिलाफ चार्जशीट दायर आपको बता दें कि निदा खान के अदालत में जीत दर्ज करने पर मुफ़्ती और एक महिला के बीच लाइव बहस चल रही थी, जिसमे डिबेट के दौरान मुफ़्ती इतने उग्र हो गए कि उन्होंने महिला को थप्पड़ मार दिया. मीडिया कर्मियों के बीच बचाव करने के बाद भी मुफ़्ती शांत नहीं हुए, तब न्यूज़ चैनल वालों को पुलिस की सहायता लेनी पड़ी. पुलिस ने मौके पर पहुँच कर मुफ़्ती को हिरासत में ले लिया. फ़िलहाल मुफ़्ती के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया और जांच चल रही है. यह भी पढ़ें:- 15 अगस्त को दिखेगा 'झांसी की रानी' का जलवा