चेन्नई. तमिलनाडु ने मंगलवार को एक महान हस्ती को खो दिया है. तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि को 28 जुलाई को चेन्नई के कावेरी अस्पताल में भर्ती किया गया था. करूणानिधि की हालत सुधरने की जगह लगातार बिगड़ती ही जा रही थी जिसके बाद उन्होंने 7 अगस्त की शाम को इस दुनिया को अलविदा कह दिया. अब करूणानिधि के अंतिम संस्कार को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल डीएमके चाहती है कि करूणानिधि का अंतिम संस्कार मरीना बीच पर किया जाए लेकिन राज्य सरकार ने इसके लिए इंकार कर दिया. राज्य सरकार द्वारा इंकार करने के बाद डीएमके ने मद्रास हाई कोर्ट से अपील की. सुबह 8:30 बजे हाई कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया जिसमे उन्होंने डीएमके द्वारा दायर की गई याचिका को ख़ारिज कर दिया. आपको बता दे करूणानिधि के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए राजाजी हॉल में रखा गया है. उनके अंतिम संस्कार के लिए देशभर के तमान लोग पहुंच चुके है. पूरे तमिलनाडु में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. देश की बड़ी हस्तियों समेत राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है. मशहूर अभिनेता और राजनेता रजनीकांत भी करूणानिधि को श्रद्धांजलि देने पहुंचे. तमिलनाडु सरकार ने करूणानिधि के निधन पर सात दिन और कर्नाटक सरकार ने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा भी की है. ख़बरें और भी... करूणानिधि: भगवान को ना मानने वाला कैसे बना 'भगवान् ' करुणानिधि का निधन: पटकथा लेखन से सफर शुरू कर बने थे राजनीती के शहंशाह करूणानिधि के निधन पर राजनेताओं ने जताया शोक