नई दिल्ली. मोम के पुतलों के लिए दुनिया भर के दर्शकों को आकर्षित करने वाला, मैडम तुसाद म्यूजियम का 23वां और भारत का पहला संग्रहालय 1 दिसंबर यानी आज से राजधानी के कनॉट प्लेस में आम जनता के लिए खुल जाएगा. कनॉट प्लेस में बनी रीगल बिल्डिंग में इस म्यूजियम को बनाया गया. म्यूजियम मैनेजमेंट ने 960 रुपए इसका टिकट रखा है, साथ ही बच्चों के लिए इस टिकट की कीमत 760 रुपए रखी गई है. मोम के पुतलों के नई दिल्ली संग्रहालय को सात खंडों में बांटा गया है, जिसमें इतिहास, खेल, संगीत, फिल्म और राजनीतिक जगत की मशहूर हस्तियों के मोम से बने पुतलों को रखा गया है. म्यूजियम में एक सेक्शन में मैडम तुसाद म्यूजियम की कहानी बताई गई. साथ ही ये बताया गया है कि कैसे मोम के पुतले बनाए जाते है. शुरूआती समय में इस सेक्शन में पीएम मोदी मोम के पुतले बनाए जाने के अनुभव को बताती हुई 20 मिनट की फिल्म दिखाई जाएगी. भारत के इस पहले मैडम तुसाद संग्रहालय में 50 हस्तियों के पुतले देखने को मिलेंगे. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमिताभ बच्चन, कपिल देव, आशा भोंसले और मिल्खा सिंह समेत कई हस्तियां शामिल हैं. मैडम तुसाद संग्रहालय में एक दिन में 400 लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा. इस म्यूजियम की सबसे खास बात है कि स्टैच्यू को लोग सिर्फ दूर से देखकर ही नहीं बल्कि छू कर भी महसूस कर सकते हैं. बता दें, मैडम तुसाद के पहले संग्रहालय की स्थापना 1835 में लंदन की बेकर स्ट्रीट में हुई थी. यह वहां 200 साल से ज्यादा वक्त से चल रहा है और आज ये 23 प्रमुख स्थलों पर है. इसमें लंदन, शंघाई, हांगकांग, बर्लिन और नई दिल्ली शामिल हैं. लालू-केजरीवाल की दोस्ती, कुमार को नहीं आई रास एड्स के मरीज की ठंड लगने से मौत वैश्विक बाजार में तेज़ी से सेंसेक्स सुधरा