उज्जैन: देश में इस समय विधानसभा चुनाव का घमासान अब चरम पर पहुंच गया है। जानकारी के अनुसार बता दें कि दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार चुनावी रण को जीतने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे। राजस्थान चुनावः कांग्रेस और भाजपा में जमकर घमासान, परंपरा या प्रतिष्ठा लगी दांव पर वहीं ज्योतिष और धर्म की नगरी उज्जैन में करीब 22 प्रत्याशी ज्योतिषाचार्यों की शरण में भी पहुंचे हैं। बता दें कि प्रत्याशियों द्वारा पंडितों से पूछा जा रहा है। कि वे खुद किस मुहूर्त में वोट करें, जो चुनावी नैया को पार लगा दे। वहीं ज्योतिष के अनुसार मतदान के दिन 28 नवंबर को रवियोग का संयोग बन रहा है। इस दिन मुहूर्त में मतदान के लिए तीन बड़े योग हैं। राजस्थान चुनाव: दलितों की समर्थक मायावती ने उठाई आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग गौरतलब है कि मतदान 28 नवंबर को होना है। वहीं ज्योतिषाचार्य पं. हरिहर पंड्या के अनुसार सनातन धर्म परंपरा में हर शुभ कार्य के लिए पहले मुहूर्त देखा जाता है। श्रेष्ठ मुहूर्त में ही कार्य किया जाता है। मतदान भी लोकतंत्र का महायज्ञ है, इसकी शुभता तब और भी बढ़ जाती है, जब हम श्रेष्ठ समय में यह कार्य करते हैं। विशेषकर चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी। इस बार कई प्रत्याशी खुद मतदान करने के लिए मुहूर्त निकलवाने आ रहे हैं। 28 नवंबर को सुबह 8 से 9, 10.30 से 12.15 तथा दोपहर 3 से 5 बजे के बीच लोकतंत्र के यज्ञ में आहुति देने का शुभ समय है। खबरें और भी मध्यप्रदेश चुनाव: पीएम मोदी ने मां का नाम लेने पर राहुल गांधी को घेरा राजस्थान चुनाव: पीएम मोदी ने किया चुनाव प्रचार का आगाज़, कहा सुप्रीम कोर्ट के जजों को डरा रही कांग्रेस तेलंगाना चुनाव: अमित शाह बोले- भाजपा अल्पसंख्यों को आरक्षण न देगी न किसी को देने देगी