भोपाल: मध्य प्रदेश के सागर, सतना, खरगोन में चुनाव के 48 घंटे बाद स्ट्रांग रूम में इवीएम मशीनें जमा करने के वीडियो प्रकाश में आने के बाद सोशल मीडिया पर चले वीडियो वार ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) कार्यालय को सफाई देने पर विवश कर दिया है. मामले में भारतीय निर्वाचन आयोग ने नाराज़गी जताई तो कार्यालय ने शनिवार को 85 लोगों के ट्वीट को री-ट्वीट किया है, कार्यालय ने सफाई दी है कि सभी इवीएम सुरक्षित और मुहरबंद हैं. उन्हें पुलिस बल व राजनीतिक दलों की संयुक्त निगरानी में स्ट्रांग रूम में रखा गया है. तेलंगाना चुनाव: मुफ्त साड़ी योजना बन सकती है टीआरएस के लिए गेम चेंजर वहीं, सागर के खुरई में बगैर नंबर प्लेट की गाड़ी में ईवीएम मशीनें ले जाने के मसले में चुनाव आयोग के निर्देश पर सागर कमिश्नर ने संबंधित नायब तहसीलदार राजेश मेहरा को ससपेंड कर दिया है. मतदान होने के 48 घंटे बाद स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीनें जमा करने के वीडियो शुक्रवार रात को वायरल हुए थे. इन्हें लेकर विधानसभा चुनाव की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे थे. मध्यप्रदेश चुनाव में भाजपा-कांग्रेस का साथ नहीं दे पाए जातिगत समीकरण इसके बाद कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी शनिवार को ट्वीट कर इन घटनाओं को जोड़ते हुए ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका जताई थी. साथ ही भारत निर्वाचन आयोग से इस संबंध में ठोस कदम उठाने की मांग की थी. इसके बाद सीईओ कार्यालय ने सिंधिया के ट्वीट पर सफाई देते हुए विश्वास दिलाया है कि सभी ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित हैं. खबरें और भी:- मिजोरम विधानसभा चुनाव 2018: कांग्रेस ने किया लैपटॉप बांटने का वादा राजस्थान विधानसभा चुनाव: सुषमा स्वराज ने राहुल गांधी के सवाल पर बोला हमला मध्यप्रदेश चुनाव: चुनाव के दौरान नेतागिरी कर रहे बाबा हुए अब अंतर्ध्यान