भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में हार के बाद शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया है. अपने इस्तीफे के बाद शिवराज ने प्रेस वार्ता में सवालों के जवाब दिए हैं. मध्य प्रदेश में 15 सालों तक शासन करने वाले शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में भाजपा की 15 साल सरकार रही इसका बहुत बहुत धन्यवाद्. तेलंगाना चुनाव: तो ये है वो एकमात्र उम्मीदवार, जिसने गुलाबी आंधी के बीच फहराया भाजपा का ध्वज उन्होंने कहा कि मैंने एक परिवार की तरह मध्यप्रदेश में सरकार चलाने की कोशिश की, जब भाजपा की सरकार राज्य में पहली बार आई थी तो प्रदेश की आर्थिक दशा बहुत खऱाब थी, लेकिन अब हालत अलग हैं. शिवराज ने कांग्रेस को बधाई देते हुए कहा कि नई सरकार को बहुत बहुत बधाई, कमलनाथ को भी बधाई. शिवराज ने कहा कि हमारे पास संख्या की कमी है इसलिए भाजपा ने सरकार बनाने की कोशिश नहीं की. सरकार बनाने के सपने न देखे कांग्रेस, सत्ता मेें भाजपा ही आएगी- नरोत्तम मिश्रा शिवराज सिंह ने कहा कि नई सरकार से अनुरोध है कि किसानों और गरीबों के लिए योजनाओं को ठीक तरह से चलाए, लोकतंत्र का यही आनंद है कि लोग आएंगे और जाएंगे, व्यक्तियों के बदलने से योजना नहीं बदलनी चाहिए, कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में किसानों की कर्जमाफी की बात कही है, मुझे भरोसा है कि वे इसे निभाएंगे. राहुल गांधी ने जो वादा किया है वो निभाने का वक्त आ गया है. शिवराज ने कहा कि हार कि जिम्मेदारी मैं लेता हूँ और अब मैं सौहार्द्र कायम रखने की कोशिश करूंगा. खबरें और भी:- जम्मू-कश्मीर: पंचायत चुनाव के अंतिम चरण के साथ मजबूत हुआ लोकतंत्र राज ठाकरे का बड़ा बयान, कहा जिन्हे 'पप्पू' कहते थे वे अब 'परम पूजनीय' हो गए हैं विधानसभा चुनाव: करारी शिकस्त के बाद पीएम मोदी ने किया ट्वीट, लिखा कांग्रेस को जीत की बधाई