भोपाल : मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 10000 के पार पहुंच गया है. वहीं, कोरोना रोगियों के स्वस्थ होने की दर 68. 6 फीसद तक पहुंच गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पर खुशी जताई है, लेकिन अफसरों को सचेत भी किया कि हर हाल में पूरी सतर्कता बरती जाई. समस्त राज्यों में राजस्थान में ही मध्य प्रदेश से अधिक 74 प्रतिशत रिकवरी रेट है, जबकि देश का औसत रिकवरी रेट 48.7 प्रतिशत है. बुधवार को कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करते हुए उन्होंने प्रदेश में कोरोना से स्वस्थ होने वाले रोगियों का प्रतिशत बढ़ने को शुभ संकेत बताए है. साथ ही कहा कि वायरस के नियंत्रण में लगातार सफलता मिल रही है, परंतु चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ और प्रशासनिक अमले को सक्रियता बनाए रखना जरूरी है. विशेष रूप से उन जिलों में लगातार सतर्कता की आवश्यकता है, जहां अभी भी पॉजिटिव केस अधिक आ रहे हैं. इसे लेकर उन्होंने अलग से समीक्षा की और रोगियों के समुचित उपचार व वायरस नियंत्रण के लिए सभी उपायों को अमल में लाने के निर्देश दे दिए है. बता दें की इस बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) मोहम्मद सुलेमान, अपर सचिव ओमप्रकाश श्रीवास्तव उपस्थित थे. दूसरे राज्यों की तुलना में मध्य देश में बेहतर प्रयास मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य प्रदेशों की तुलना में मध्य प्रदेश में वायरस को नियंत्रित करने के बेहतर प्रयास चला रहे हैं. उन्होंने छिंदवाड़ा और देवास जिलों में वायरस नियंत्रण के प्रयासों की अलग से समीक्षा की. इंदौर में मिले 41 नए कोरोना के मामले, मौत का आंकड़ा 163 पर पहुंचा चुनाव आयोग को सुप्रीम कोर्ट ने भेजा नोटिस, आंध्र प्रदेश सरकार ने लगाई थी याचिका महाकाल के दर्शन की व्यवस्था में किया गया बदलाव, तीन दिन पहले मिलेगी ये सुविधा