भोपाल: राजस्थान के सियासी घमासान के बीच पड़ोसी सूबे मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस की मुसीबत बढ़ती जा रही है. 15 वर्षों के बाद बड़ी मुश्किल से सत्ता मिली, किन्तु वो भी डेढ़ साल में सरकार गिर गई और अब एक के बाद एक MLA भी कांग्रेस का साथ छोड़ रहे हैं. कांग्रेस ने इसके पीछे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है, तो वहीं भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस में दम घुटने की वजह से ही उनके विधायक पार्टी छोड़ रहे हैं. भाजपा ने यहां तक दावा कर दिया है कि अभी और विधायक कतार में हैं MP के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से जब कांग्रेस में मचे घमासान से संबंधित सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, 'अभी सरकार को और सशक्त करेंगे. उपचुनाव जीतने के बाद सरकार साढ़े तीन वर्ष पूरे करेगी. अभी तो तीन और MLA कतार में हैं'. गोविंद राजपूत के इस बयान के बाद सवाल यह उठने लगा है कि क्या मध्यप्रदेश में कांग्रेस को अभी और झटके लगने वाले हैं? . आपको बता दें कि ये बयान देने वाले गोविंद सिंह राजपूत खुद कुछ माह पूर्व तक कांग्रेस पार्टी में ही थे. 10 मार्च को सिंधिया समर्थक गोविंद सिंह राजपूत ने 21 अन्य विधायकों के साथ अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आकर गिर गई थी. कुछ इसी तरह की स्थिति इन दिनों पड़ोसी सूबे राजस्थान की बनी हुई है जहां कांग्रेस के युवा नेता और डिप्टी सीएम रह चुके सचिन पायलट के समर्थक विधायकों ने कांग्रेस के खिलाफ बगावत छेड़ दी है. ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी बोले- देश में ढाई करोड़ लोगों को हो चुका है कोरोना पति को तलाक देकर महिला ने बेटे से रचाई शादी, अब बनने वाली है उसके बच्चे की माँ राज्यपाल जगदीप का बड़ा बयान, कहा- 'यूपी के सीएम से ईमानदारी की प्रथा...'