भोपाल: मध्य प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आम आदमी को कोई राहत नहीं मिलने वाली है. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा कैबिनेट में हुए फैसलों को लेकर प्रेस वार्ता कर रहे थे. इसी दौरान उनके एक बयान से ये सारी गड़बड़ी पैदा हुई है. उन्होंने मीडिया को बताया कि पेट्रोल-डीजल के उपकर के ऊपर लगने वाले उपकर को हटाने का फैसला लिया गया है. मंत्री मिश्रा के इस बयान के बाद मीडिया में यह संदेश गया कि पेट्रोल-डीजल पर लगने वाला उपकर हटाया गया है, मगर वास्तव में ऐसा कुछ नहीं है. कमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि उपकर की गणना को लेकर विसंगति थी. इसे दूर करने के लिए एक्ट में बदलाव के लिए कैबिनेट में बिल भेजा गया था, जिसे स्वीकृति मिल गई. अफसरों का कहना है कि इससे पेट्रोल-डीजल के भाव में एक पैसे का भी अंतर नहीं आएगा. यह अंर्तविभागीय गणना की विसंगति का मसला था, जिसे सुधारा जा रहा है. इससे आम जनता को पेट्रोल 4 और डीजल 1.5 रुपए सस्ता मिलेगा. राजधानी में मंगलवार को पेट्रोल 91.46 और डीजल 81.64 रुपए प्रति लीटर है. इसके साथ ही शिवराज सरकार की कैबिनेट ने पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार का एक और फैसला पलट दिया. अब नहर समितियों में फिर से चुनाव की प्रक्रिया आरंभ होगी. मंत्रिमंडल की बैठक शुरू होने से पहले सीएम शिवराज और उनके कैबिनेट में शामिल सभी मंत्रियों ने स्वर्गीय मोतीलाल वोरा को श्रद्धांजलि अर्पित की है. शिपिंग कंट्रोल ऑफ इंडिया में प्रबंधन नियंत्रण के हस्तांतरण के साथ किया ये काम क़र्ज़ में डूबी कंपनियों के लिए वित्त मंत्री सीतारमण का बड़ा ऐलान, मिलेंगी ये राहत गुजरात मेट्रो रेल कॉर्प द्वारा सबसे कम बोली लगाने वाले पर सद्भाव इंजीनियरिंग शेयर में 11pc का आया उछाल