हरदा: किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने हाल ही में कहा, 'किसानों को मूंग की फसल के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराया जाएगा।' इसी के साथ उनका कहना है, 'तवा डैम से नहरों में पानी छोड़ा जाएगा। इसके अतिरिक्त नालों में पानी को व्यर्थ न बहने दिया जाए, उसे लिफ्ट कर नहरों में छोड़ा जाएं ताकि किसानों को सिंचाई के लिए अधिकतम जल उपलब्ध हो सके।' जी दरअसल बीते रविवार को श्री पटेल हरदा जिला पंचायत सभागृह में मूंग फसल के लिए तवा बांध से सिंचाई हेतु जिला जल एवं उपयोगिता समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान ही उन्हें बैठक में सिंचाई विभाग के द्वारा बताया गया कि 'विगत वर्ष मूंग फसल के लिए जिले को 50 हजार हेक्टर भूमि के लिए पानी उपलब्ध हुआ था। हरदा जिले में 28 हजार हेक्टर भूमि को सिंचाई हेतु जल प्राप्त हुआ था। विगत वर्ष 60 दिवस के लिए जल प्राप्त हुआ था। इस वर्ष 65 से 70 हजार हेक्टर भूमि को सिंचित किया जा सकता है।' यह जानने के बाद कृषि मंत्री श्री पटेल ने कहा, 'हरदा एवं होशंगाबाद जिले को समान मात्रा में बराबर सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध होगा।' उनके यह कहने के बाद बैठक में आम सहमति बनी और इसी आधार पर निर्णय लिया गया कि 23 मार्च से तवा डैम के माध्यम से नहरों में पानी छोड़ा जाएगा। इस बैठक में विधायक टिमरनी संजय शाह, जिला अधिकारी एवं जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इसी के साथ यहाँ कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा, 'हरदा के गुप्तेश्वर मंदिर के सौंदर्यीकरण के कार्य में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।' वहीँ बीते रविवार को ही उन्होंने हरदा शहर के गुप्तेश्वर मंदिर प्रांगण में पेवर ब्लॉक कार्य का भूमि पूजन किया। इस दौरान श्री पटेल ने कहा, 'गुप्तेश्वर मंदिर हरदा शहर के वासियों की आस्था का प्रतीक है। मंदिर प्रांगण में आवागमन के लिए नए पुल का निर्माण कराया जाएगा, जिसमें वाहनों एवं आमजन के आवागमन की सुविधाएं अलग-अलग होगी।' इस दौरान कार्यक्रम में हरदा शहर के वरिष्ठ एवं विशिष्ट समाजसेवी उपस्थित थे। ईंटें उठाती नजर आईं अर्शी खान, वीडियो हो रहा वायरल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस आज, पीएम मोदी-राष्ट्रपति कोविंद ने किया 'नारीशक्ति' को सलाम फ्रांस के अरबपति ओलिवियर डसॉल्ट का हुआ देहांत, सामने आई हैरान करने वाली वजह