भोपाल: मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ के मंत्रिमंडल में वादे के अनुसार जगह नहीं मिलने से तीन निर्दलियों सहित समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक खासे नाराज दिख रहे हैं. तीनों निर्दलियों ने इसी सम्बन्ध में सपा के एक और बसपा के दोनों विधायकों के साथ एक होटल में बैठक करते हुए चर्चा की है. क्रिसमस पर गोवा में आई पर्यटकों की संख्या में कमी, ये है वजह शपथ समारोह के बाद निर्दलीय विधायक ठा. सुरेंद्र सिंह उर्फ शेरा भैया ने कहा है कि मैं तो जंगल में हूं जो करना है, उन्ही को करना है. उन्होंने वादा किया था और उसे तोड़ दिया. जानकारी के अनुसार कमलनाथ कैबिनेट के 28 मंत्री जब शपथ ग्रहण कर रहे थे, तभी तीनों निर्दलीय विधायक बुरहानपुर के ठा. सुरेंद्र सिंह, भगवानपुरा के केदार डाबर और सुसनेर के विक्रम सिंह राणा उर्फ गुड्डू भैया एवं बसपा के विधायक संजीव सिंह व रामबाई सिंह और सपा के राजेश शुक्ला एक होटल में कमलनाथ के खिलाफ चर्चा कर रहे थे. चीनी मिलों को कम ब्याज पर 7,400 करोड़ का कर्ज देगी सरकार उनका कहना है कि विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद कांग्रेस ने दो निर्दलीयों को मंत्री पद देने का वडा किया था, जिनमें प्रदीप जायसवाल और ठा. सुरेंद्र सिंह का नाम था. सूत्रों के अनुसार, एकमात्र निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को ही मंत्री पद दिए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सुरेंद्र सिंह ने अपना दर्द साथियों को बताया है. संजीव ने कहा है कि राजनीति में सबसे बात और मुलाकात करनी पड़ती है. वहीं शुक्ला और संजीव सिंह ने बताया है कि हम तो सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं, मंत्रिमंडल से हमारा कोई वास्ता नहीं है. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है, ऐसे में ये बगावती तेवर कमलनाथ के लिए खतरनाक हो सकते हैं, वहीं शिवराज पहले ही कह चुके हैं कि वे पांच साल से पहले भी वापसी कर सकते हैं. खबरें और भी:- असम पुलिस की बड़ी कामयाबी, आधा किलो आरडीएक्स के साथ दो आतंकियों को दबोचा इस्लाम ही एक मात्र सनातन धर्म, अगर मोदी मुस्लिम बन जाएं तो देश में शांति आ जाएगी- नेशनल कांफ्रेंस ओलंपिक संघ ने लगाई मुहर, 2020 में राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करेगा उत्तराखंड