दुनिया में कई तरह की अजीब परंपरा निभाई जाती हैं और उनमे से एक मध्यप्रदेश के केशोपुर इलाके की परम्परा. इसी के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं. केशोपुर में स्थित एक गांव में अजीब परंपरा निभाई जाती है. कहा जाता है कि यह कुप्रथा करीब 1000 साल पहले शुरू हुई थी जो आज भी जिंदा है. आपको बता दें कि यहां के लोग चप्पल नहीं पहनते, अगर वो ऐसा करते हैं तो वो इसे अपशगुन मानते हैं. बता दें कि इस रिवाज के अंदर महिलाओं का गांव में चप्पल पहन कर जाना मना है. अगर कोई महिला यहां से गांव चप्पल पहने हुए दिखाई देती है तो उसके पति से उसकी शिकायत कर दी जाती है. जिसके बाद पूरी पंचायत के सामने महिला को दंडित किया जाता है. जब मामले को लेकर लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सवर्ण और बुजुर्गों को सम्मान देने के लिए इस तरह की गई थी. ऐसे में गर उन्हें कहीं बाहर जाना होता है तो चप्पल हाथ में लेकर बाहर जाती हैं और गाँव से निकलने के बाद ही चप्पल पहनती हैं. गांव के रसूखदार लोगों के सामने उन्हें नंगे पैर ही रहना पड़ता है इस इलाके का नाम आमेट बताया जा रहा है. जहां 1150 की आबादी में 600 पुरुष वह 3:30 सौ महिलाएं हैं. जब इस प्रथा की शुरुआत के बारे में बात की गई तो लोगों ने बताया कि 1000 साल से चलती आ रही है. अंधे लोगों के साथ ऐसी हरकत करती है ये बूढी महिला, सुनकर चौंक जायेंगे आप यहाँ जन्मी एक आंख वाली गाय, भगवान समझकर पूजा-पाठ करने लगे लोग चोर ने दी गोली मारने की धमकी तो महिला ने मुक्के मार-मारकर सुजा दिया चेहरा