भोपाल: मध्यप्रदेश में राजनितिक भूचाल लाने वाले हनीट्रैप गैंग के प्रशासनिक रसूख का खुलासा हुआ है. सूत्रों के अनुसार सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस द्वारा श्वेता विजय जैन सहित दूसरे आरोपियों के ठिकानों से 4 सरकारी सील और ठप्पे बरामद किए गए हैं. जिनका इस्तेमाल सरकारी टेंडर के कार्य में फर्जी हस्ताक्षर के लिए किया गया है. इसके साथ ही पुलिस ने कुछ इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स भी बरामद किए हैं. सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार श्वेता विजय जैन के घर से जमीनों के सौदे के दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं और अब आरोपियों पर सरकारी सील के गलत इस्तेमाल का एक और मामला दर्ज हो सकता है. वहीं मध्य प्रदेश में गिरफ्तार किए गए हनीट्रैप कांड में मामले की जांच कर रही SIT को सीएम कमलनाथ ने तीसरी बार बदला है, जिससे अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पर भी सवाल उठने लगे हैं. सबसे पहले जांच श्रीनिवास वर्मा को सौंपी गई थी, किन्तु बाद में यह जिम्मेदारी उनसे लेकर संजीव शामी को दे दी गई और अब यह जिम्मेदारी संजीव शामी से लेकर राजेंद्र कुमार के हाथों में दे दी गई है. आपको बता दें कि इससे पहले मामले को लेकर सीएम कमलनाथ ने अधिकारियों की जमकर क्लास ली थी. सीएम कमलनाथ ने मुख्य सचिव SR मोहंती, DGP वीके सिंह और ATS चीफ संजीव शमी को सीएम हाउस में तलब किया. सीएम कमल नाथ ने अफसरों से सवाल पुछा कि हनी ट्रैप कोई आतंकी गतिविधि तो हैं नहीं, फिर इसकी जांच में एंटी टेररिस्ट स्कवॉड (ATS) कहां से आ गई? एटीएस हनी ट्रैप का खुलासा करने के लिए तीन माह से किसकी इजाजत लेकर सर्विलांस कर रही थी? आखिर यह सब क्या चल रहा है? राहतः पेट्रोल-डीजल के भाव में आई गिरावट, जाने नई कीमत बच्चों ने सोलर लैंप से दी महात्मा गाँधी को श्रद्धांजलि, बने दो विश्व रिकॉर्ड इस रेटिंग एजेंसी ने कॉरपोरेट टैक्स में कटौती का किया स्वागत, गिनाए फायदे