भोपाल: मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को समर्थन देने वाले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक मंत्रियों के रुख से बेहद खफा हैं. इस स्थिति से वे सीएम कमलनाथ को भी अवगत कराने को तैयार हैं. प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार, बसपा के दो, सपा के एक और चार निर्दलीय विधायकों के समर्थन से चल रही है. राज्य में कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत नहीं है. प्रदेश के 230 विधायकों के सदन में कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास 108 विधायक हैं. प्रदेश की एक सीट भाजपा के विधायक के सांसद बनने से खाली है. वर्तमान में मंत्रियों के रुख से बसपा के दोनों विधायक राम बाई और संजीव सिंह कुशवाहा खफा हैं, तो वहीं सपा विधायक राकेश शुक्ला ने भी अपनी नाराजगी जताई है. बसपा विधायक राम बाई को इस बात से नाराजगी है कि उनके परिवार के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं और कई लोग जेल में कैद हैं. राम बाई का कहना है कि कर्नाटक और गोवा जैसा संकट मध्य प्रदेश में भी है, राज्य सरकार को मेरा समर्थन इसलिए है क्योंकि कमलनाथ को सीएम पद पर रहना चाहिए. इसी तरह बसपा के विधायक संजीव सिंह कुशवाहा का कहना है कि मंत्रियों को संवदेनशील होना चाहिए, लेकिन वे ऐसे हैं नहीं. विधायकों के काम हो नहीं रहे. कमलनाथ कार्य कर रहे हैं. आपको बता दें कि मौजूदा सरकार को बसपा अध्यक्ष मायावती ने बाहर से समर्थन दिया है, जो जारी है. भाई पर आयकर विभाग ने कसा शिकंजा, तो बौखलाई मायावती ने भाजपा-आरएसएस पर मढ़े आरोप पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के बेटे का बड़ा बयान, कहा- प्रियंका को बनाया जाए कांग्रेस अध्यक्ष कर्नाटक: रात भर विधानसभा में सोए भाजपा विधायक, आज होगा फ्लोर टेस्ट