राजकिशोर पाठक / सिवनी: नगर परिषद के चुनाव नजदीक हैं, मगर छपारा नगर परिषद के 1 वर्ष से अधिक समय से अस्तित्व में आने के बाद भी अब तक 15 वार्डों के किसी भी वार्ड में वार्ड के नाम का सूचना पटल नहीं लग पाया हैं। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि वार्ड के मतदाताओं को ही नहीं मालूम कि उनके वार्ड का क्रमांक और नाम क्या हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले 1 वर्ष से अधिक समय से छपारा नगर परिषद अपने अस्तित्व में हैं और यहां का कार्यभार सीएमओ सहित प्रशासनिक अधिकारी के रूप में तहसीलदार द्वारा संभाला जा रहा हैं। लेकिन नगर परिषद के जिम्मेदारों ने 1 साल से भी अधिक समय बीतने के बाद भी परिषद के 15 वार्डों में से किसी भी वार्ड में अब तक वार्ड के नाम का सूचना पटल नहीं लगवा पाए हैं। जबकि परिषद के द्वारा 1 साल कार्यकाल के दौरान करोड़ों रुपए निर्माण कार्य पर खर्च किए जा चुके हैं। बता दें कि कांग्रेस और भाजपा ने अपने-अपने अधिकृत प्रत्याशी 15 वार्डों में उतार दिए हैं। वहीं कई निर्दलीय और पत्रकार प्रत्याशी भी अपनी-अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। अब उक्त प्रत्याशी अपने-अपने वार्डों में जनसंपर्क करने जा रहे हैं तब वार्ड के मतदाता ही प्रत्याशियों से अपने वार्ड का क्रमांक और नाम पूछ रहे हैं। सवाल यह है कि इस 1 साल से अधिक कार्यकाल के दौरान परिषद के जिम्मेदार अधिकारियों ने निर्माण कार्यों सहित कार्यालय के रंग रोगन और फर्नीचर पर करोड़ों रुपए खर्च कर दिए। लेकिन 15 वार्डों के किसी भी वार्ड में वार्ड क्रमांक और वार्ड का नाम का सूचना पटल क्यों नहीं लगवा पाए? अब देखना यह है कि क्या चुनाव के पहले नगर परिषद के 15 वार्डों में वार्ड क्रमांक और नाम का सूचना पटल लग पाएगा या नहीं? महाराष्ट्र संकट: उद्धव नरम, तो संजय गरम.., क्या 'राउत' ही बिगाड़ देंगे शिवसेना प्रमुख का गेम ? क्या उद्धव ठाकरे से CM की कुर्सी के साथ 'शिवसेना' भी छीन लेंगे एकनाथ शिंदे ? वल्लभ भवन में हुई कैबिनेट की बैठक, कई अहम प्रस्तावों को दी मंजूरी