भोपाल: मध्य प्रदेश की सत्तारूढ़ बीजेपी ने इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक नया पैंतरा चला है. चौथे कार्यकाल के लिए प्रयास कर रही भाजपा ने विधानसभा चुनावों से पहले मध्यप्रदेश में मंदिरों, हिंदू पुजारी और मठों का डेटा एकत्र किया है, हालांकि, इस राज्य में इस पूरे अभ्यास का उद्देश्य में स्पष्ट नहीं किया गया है, लेकिन इसे आगामी विधानसभा चुनावों से जोड़ कर देखा जा रहा है. राष्ट्रीय पोषण सप्ताह: ममता ने किया 2020 तक कुपोषण ख़त्म करने का दावा, पर कुछ और ही कहते हैं आंकड़े भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने शुक्रवार को कहा, "हां, हमने मंदिरों, मठों का उनके पुजारियों और साधुओं के साथ डेटा एकत्र किया है." उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पार्टी के बूथ-स्तरीय टीमों से कार्यकर्ताओं, सामाजिक संगठनों और राज्य के प्रभावशाली लोगों के विवरण भी एकत्र किए हैं, हालांकि, अग्रवाल ने यह खुलासा नहीं किया कि पार्टी एकत्रित जानकारी के साथ क्या करने जा रही है. इस संगीतकार ने मुनि तरुण सागर पर की थी अभद्र टिप्पणी इस संबंध में पूछने पर उन्होंने बताया कि हम उन लोगों से संपर्क करेंगे, हालाँकि उन्होंने यह भी कहा कि संपर्क के दौरान भी उन लोगों के सामने रणनीति का खुलासा नहीं किया जाएगा. आपको बता दें कि अगस्त के मध्य में एक जनमत सर्वेक्षण के बाद बीजेपी ने डाटा कलेक्शन ड्राइव शुरू किया था, जिसमें कहा गया है कि भगवा संगठन आगामी चुनावों को प्रभावित कर सकता है. खबरें और भी:- जलेबी खाते हुए ही संत बन गए थे तरुण सागर महाराज!! क्या मिट जाएगा समाजवादी पार्टी का अस्तित्व? अब कांग्रेस भवन पर भी चढ़ा भगवा रंग, नेताओं का ग़ुस्सा फूटा