पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली में अपने आवास से निकल गए हैं. मध्य प्रदेश में जारी सियासी संकट का कारण उन्हे ही माना जा रहा है. माना जा रहा है कि वह कभी भी बड़ा एलान कर सकते हैं. बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक कमलनाथ सरकार के रवैये से बेहद नाराज हैं. बता दें कि आज पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया की 10 मार्च को 75वीं जयंती है. क्या योगी सरकार को हटाने पड़ेंगे प्रदर्शनकारियों के पोस्टर ? आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इससे पहले प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है और वो इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते. भाजपा का इससे कोई लेना-देना नहीं है. हमने पहले दिन कहा था कि हमें सरकार गिराने में कोई दिलचस्पी नहीं है.भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में सभी का दिल से स्वागत है. हम जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को भी शामिल करते हैं, सिंधिया जी बहुत बड़े नेता हैं, उनका निश्चित रूप से स्वागत है. उन्होंने विधायकों के बेंगलुरु पहुंच जाने पर कहा कि दुश्मनों के खाकर दोस्तों के शहर में उनको किस-किस ने मारा कहानी फिर कभी. आंध्र प्रदेश से राज्यसभा जाएंगे रिलायंस ग्रुप प्रेसीडेंट परिमल नाथवानी इसके अलावा दिग्विजय सिंह ने कहा कि जो सही कांग्रेसी है वह कांग्रेस में रहेगा. बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी के कारण कमलनाथ सरकार संकट में आ गई है. सिंधिया को लेकर दिग्विजय ने कहा कि उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन कहा जा रहा है कि वे स्वाइन फ्लू से पीड़ित हैं. ऐसे में उनसे संपर्क नहीं हो सका. बता दें कि सिंधिया के दम पर भाजपा मध्य प्रदेश में सत्ता पलटने की तैयारी में है. सिंधिया समर्थक 17 मंत्री-विधायकों का सोमवार को बेंगलुरु पहुंच जाना इसी ओर इशारा कर रहा है. प्रदेश के खुफिया सूत्रों ने भी एक-दो दिन में बड़े बदलाव की बात कही है. इस बीच करीब 20 मंत्रियों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को देर रात इस्तीफे सौंप दिए. पीएम मोदी से मिले ज्योतिरादित्य सिंधिया, 48 घंटों में छीन सकती है कमलनाथ की कुर्सी कोरोना की दहशत, इटली से आ रहे जहाज की मलेशिया और थाईलैंड में एंट्री बैन कोरोना के खौफ में पी गए मिथेनॉल, अफवाह से 27 लोगों की दर्दनाक मौत