यह जो माघ का महीना पहले माध का महीना होता है, जो बाद में माघ हो गया है . "माध" शब्द का सम्बन्ध श्री कृष्ण के एक स्वरूप "माधव" से है. इसके अलावा इस महीने को अत्यंत पवित्र माना जाता है. इस महीने में ढेर सारे धार्मिक पर्व आते हैं. इसके साथ ही प्रकृति भी अनुकूल होने लगती है.वही इसी महीने में संगम पर "कल्पवास" भी किया जाता है जिससे व्यक्ति शरीर और आत्मा से नवीन हो जाता है. इस बार माघ का महीना 11 जनवरी से 09 फरवरी तक रहेगा. माघ के महीने के पर्व और उनका महत्व? - संकष्ठी चतुर्थी- इसको करने से संतान प्राप्ति होती है तथा संतान की चिंताएं दूर होती हैं - षठतिला एकादशी - इसमें तिल का विशेष प्रयोग करके स्वास्थ्य और समृद्धि पाते है - मौनी अमावस्या- इसमें मौन रहकर पाप नाश और आत्मा की शुद्धि की साधना करते हैं - वसंत पंचमी- इसमें ज्ञान और विद्या बुद्धि के लिए माँ सरस्वती की उपासना करते हैं - जया एकादशी - इस दिन विशेष प्रयोग करने से ऋणों तथा दोषों से मुक्ति मिलती है - माघी पूर्णिमा- इस दिन शिव और विष्णु , दोनों की संयुक्त कृपा मिलती है. माघ के महीने में खान पान और जीवनचर्या में क्या बदलाव करने चाहिए? - गर्म पानी को धीरे धीरे छोड़कर सामान्य जल से स्नान करना शुरू कर देना चाहिए - सुबह देर तक सोना तथा स्नान न करना अब स्वास्थ्य के लिए उत्तम नहीं होगा - इस महीने से भारी भोजन छोड़कर हलके भोजन की और आना चाहिए - इस महीने में तिल और गुड़ का प्रयोग विशेष लाभकारी होता है बीकानेर का camel festival यहाँ नाचते है ऊंट, देखिये क्या है पूरी बात यहाँ जानिए आज का पंचांग, शुभ और अशुभ मुहूर्त मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने के पीछे है वैज्ञानिक कारण