हम सभी इस बात से वाकिफ हैं कि इस समय चैत्र नवरात्रि चल रही है और आज इस पावन पर्व का आखिरी दिन है. ऐसे में नवरात्र का समापन दुर्गा नवमी के साथ हो जाता है. वहीँ आज नवमी है और इसी दिन कई लोग अपना व्रत खोलते हैं. इस दिन घरों में हवन किये जाते हैं साथ ही कन्याओं को पूजा जाता है. दुर्गा नवमी के दिन सबसे पहले मां सिद्धिदात्री की विधि विधान के साथ पूजा की जाती है. इसी के साथ आप सभी को बता दें कि इस बार चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन ही राम नवमी का उत्सव भी मनाया जा रहा है और माना जाता है कि इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं माता सिद्धिदात्री के मंत्र, प्रार्थना और स्तुति. शुभ मुहूर्त - आप सभी को बता दें कि चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि यानी चैत्र नवरात्रि की महानवमी का प्रारंभ 02 अप्रैल दिन बुधवार को प्रात:काल 03 बजकर 40 मिनट पर हो रहा है. ऐसे में महानवमी का समापन 03 अप्रैज दिन शुक्रवार को तड़के 02 बजकर 43 मिनट पर होगा. आप सभी को आज हम बताने जा रहे हैं महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्री मंत्र, प्रार्थना और स्तुति. प्रार्थना सिद्ध गन्धर्व यक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि. सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी स्तुति या देवी सर्वभू‍तेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता. नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः. मां सिद्धिदात्री बीज मंत्र ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम:. मंत्र 1. ओम देवी सिद्धिदात्र्यै नमः. 2. अमल कमल संस्था तद्रज:पुंजवर्णा, कर कमल धृतेषट् भीत युग्मामबुजा च. मणिमुकुट विचित्र अलंकृत कल्प जाले; भवतु भुवन माता संत्ततम सिद्धिदात्री नमो नम:. ज्योतिष के अनुसार जानिए कब खत्म होगा कोरोना का प्रकोप? आप नहीं जानते होंगे भोलेनाथ से जुड़े यह रहस्य नवरात्र के 9 दिन जरूर करें इस पौराणिक कथा का श्रवण