भगवान कृष्ण ने करवाया भीम और जरासन्ध का मलयुद्ध

टीवी का जाना माना शो महाभारत (Mahabharat) के पिछले एपिसोड में हमने देखा कि दुर्योधन चालाकी से बलराम दाऊ का शिष्य बन जाता है और उन्हें खुश करके सुभद्रा का हाथ मांग लेता है लेकिन इसके दूसरी तरफ भगवान कृष्ण, अर्जुन और सुभद्रा को द्वारका से भगा देते हैं। वहीं आज के एपिसोड की शुरूआत सुभद्रा और अर्जुन के विवाह के साथ हुई, जहां दोनों ने सभी बड़े लोगों का आशीर्वाद लिया। इसके साथ ही सुभद्रा इस बात से खुश है कि उसने उसी इंसान से विवाह किया है, जिससे उसने प्रेम किया है। परन्तु इस विवाह की वजह से अर्जुन के चारों भाई उससे नाराज हैं।युधिष्ठिर, अर्जुन से कहते हैं कि वो इस बात की जानकारी द्रौपदी को खुद जाकर दें। 

आपकी जानकारी के लिए बता दें की अर्जुन अपने बड़े भाई की बात का आदर करते हुए द्रौपदी के पास जाते हैं लेकिन वो उनसे नाराज हो जाती हैं। द्रौपदी गुस्से में अर्जुन से बाहर जाने को कहती हैं। जैसे ही इस बात की जानकारी सुभद्रा को लगती है, वो डर जाती है क्योंकि उसे लगता है कि द्रौपदी उससे भी नाराज होगी। वहीं इस समय अर्जुन को विचार आता है कि भगवान कृष्ण ने तो उनसे कहा था कि सुभद्रा के साथ उनका विवाह पांडवों की भलाई के लिए ही हो रहा है। वहीं ऐसे में वो द्रौपदी और सुभद्रा को मिलवाने का प्लान बनाते हैं और वो सफल भी हो जाते हैं |

इसके बाद भगवान कृष्ण युधिष्ठिर को राज सूर्य यंज्ञ करने का सुझाव देते हैं लेकिन युधिष्ठिर आपत्ति जताते हुए कहते हैं कि वो यह यज्ञ कैसे कर सकते हैं जबकि उनके सभी बड़े जिंदा हैं। ऐसे में कृष्ण उन्हें समझाते हैं कि वो एक स्वतंत्र राज्य के राजा है और इसमें कोई बुराई नहीं है। हालांकि वो इस दौरान जरासंध का नाम लेते हैं, जिसे वो राज सूर्य यज्ञ में सबसे बड़ा खतरा मानते हैं। भागवान कृष्ण पांडवों को सुझाव देते हैं कि उन्हें जरासंध को मारना ही पड़ेगा ताकि उनका यह यज्ञ सफल हो सके।

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