डीडी भारती पर प्रसारित हो रहे टीवी सीरियल महाभारत (Mahabharat)के बीते एपिसोड में आपने देखा कि द्रौपदी से अपमानित दुर्योधन पांडवों से बदला लेने की ठान लेता है। इसके चलते दुर्योधन और शकुनी पांडवों को बर्बाद करने के लिए एक नई योजना बनाते हैं। वहीं, आज दोपहर के एपिसोड में युधिष्ठिर को इस बात का पता चल जाता है कि द्रौपदी ने दुर्योधन का मजाक उड़ाया है। इसके अलावा इसी के साथ वो आने वाले दिनों के लिए परेशान होते हैं और द्रौपदी से इस बारे में बात करते हैं। वहीं युधिष्ठिर द्रौपदी को समझाते हैं कि ये बात माफी मांगने पर भी खत्म नहीं होगी क्योंकि दुर्योधन अपने अपमान को इतनी आसानी से नहीं भूलेगा। युधिष्ठिर की ये बात सुनकर द्रौपदी को भी अपने किए पर पछतावा होता है।महाभारत की कहानी में आगे धृतराष्ट्र पांडवों को हस्तिनापुर बुलाने के लिए विधुर को आदेश देते हैं। इसके साथ ही ये बात सुनकर विधुर धृतराष्ट्र को दुर्योधन की बात न मानने के लिए कहता है क्योंकि जुआ खेलने से भाईयों के बीच की दूरी और भी बढ़ सकती है। वहीं धृतराष्ट्र विधुर की बात मानने से इनकार कर देते है। जिसके बाद विधुर भीष्म पितामह के पास मदद के लिए जाता है। इसके साथ ही भीष्म पितामह से सलाह लेकर विधुर पांडवों को चौसर का न्योता देने के लिए निकल जाता है। वो इंद्रप्रस्थ जाकर पूरी बात युधिष्ठिर को बताता है। चाह कर भी युधिष्ठिर दुर्योधन के प्रस्ताव को मना नहीं कर पाते हैं और हस्तिनापुर के लिए निकल पड़ते हैं। जब ये बात भीष्म पितामह को पता चलती है तो वह विधुर पर भड़क जाते हैं। वहीं भीष्म पितामह दुर्योधन की चाल को समझ चुके हैं और गांधारी से इस बारे में बात करते हैं। भीष्म पितामह की बात सुनकर गांधारी अपने बेटे दुर्योधन को श्राप देने की बात करती है। ऐसे में भीष्म पितामह उसे रोक देते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें की दूसरी तरफ शकुनी अपने चौसर के पासों की पूजा करता है ताकि वह पांडवों को जुए में हरा सके। इसके बाद शकुनी अपने पासे दुर्योधन को दे देता है और आगे का खेल समझाता है | वहीं इसी बीच पांडव द्रौपदी के साथ हस्तिनापुर पहुंच जाते हैं। पांडवों को अपने महल में देखकर दुर्योधन बड़ा खुश होता है। वह बड़े ही सम्मान के साथ अपने भाईयों का स्वागत करता है। इसके साथ ही जिसके बाद सभी लोग धृतराष्ट्र और गांधारी से मुलाकात करके चौसर खेलने के लिए बैठ जाते हैं। वहीं आगे के आने वाले एपिसोड में पांडव चौसर का ये खेल हार जाएंगे। जिसकी वजह से द्रौपदी का चीरहरण होगा और महाभारत के युद्द की ओर कहानी बढ़ेगी। अरविंद त्रिवेदी नहीं अमरीश पुरी बनने वाले थे रामायण के रावण युद्ध से पहले 'राम' और 'रावण' ने मिलाया था हाथ, तस्वीर हुई वायरल इस कारण से टॉप ट्रेंड में आया 'रामायण' दशहरे की शुभकामनाएं देने लगे यूजर्स