जम्मू - कश्मीर। जम्मू कश्मीर में एक युवक को कथित तौर पर सेना की जीप पर बांधकर घुमाने का वीडियो वायरल हो जाने से हंगामा मच गया है। इस घटना के बाद राज्य में राजनीति गर्मा गई है। जहां राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल काॅन्फ्रेंस के प्रमुख फारूख अब्दुल्ला को लेकर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यदि तत्कालीन सरकार वर्ष 2010 में ही पत्थबाजों को नियंत्रित कर लेती तो फिर स्थिति इतनी गंभीर नहीं होती। दूसरी ओर फारूख अब्दुल्ला के पुत्र उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर विरोध जताया है उन्होंने इस मसले पर जांच की मांग की है। गौरतलब है कि बुधवार को राज्य में उपचुनाव के दौरान चुनाव में ड्युटीरत सीआरपीएफ के जवानों पर कथित लोगों ने लात घूंसे बरसाए। हालांकि जवानों ने एक्शन नहीं लिया। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। दूसरी ओर राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने सरकार का पक्ष रखा है। डिप्टी सीएम ने कहा है कि कानूनी एक्शन सरकार इस मामले में लेगी साथ ही पत्थरबाजों का सामना करने के लिए कोई नीति बनाई जाएगी। क्या था घटनाक्रम दरअसल सोशल मीडिया पर जम्मू कश्मीर को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ है इस वीडियो में कथित तौर पर सेना की जीप के आगे एक व्यक्ति को बांध दिया गया है। इसे पत्थरबाज और उपद्रवी बताया गया है। हालांकि इस मामले में युवक ने कुछ और ही कहा है उसका कहना था कि वह तो फारूख डार है और बीरवाह निवासी है। जब वह मतदान के बाद अपनी बहन के घर जा रहा था तो सेना ने उसे पकड़ लिया। उसने कहा है कि उस पर गलत आरोप लगे हैं। उसने कहा कि उसे कई पोलिंग बूथ पर ले जाया गया। इस दौरान उसे जीप पर बांधे रखा गया। ये कहा फारूख अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने कहा था कि सभी पत्थरबाज एक जैसे नहीं होते हैं। सीआरपीएफ जवानों पर सभी हमला करते हैं ऐसा नहीं है। कुछ लोगों को तो सरकार द्वारा ही पैसे दिए जाते हैं। इस मामले में सभी को एक रंग में रंगने की जरूरत नहीं है इस मामले में जांच को उन्होंने जरूरी कहा। सेना कर रही है जांच सुरक्षा तंत्र के प्रवक्ता ने कहा कि सेना इस वीडियो की जांच में लगी है। सेना द्वारा लोगों को नियंत्रित करने के लिए क्विक रिएक्शन टीम का गठन किया गया था। कथित तौर पर यह कहा जा रहा है कि कंपनी कमांडर ने पत्थरबाज को पकड़कर जीप से बांधने का आदेश दिया था। उमर ने किया ट्विट जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सरकार के रवैये पर विरोध के मूड़ में आ गए हैं। उन्होंने ट्विट कर वायरल वीडियो की जांच की बात कही है। उन्होंने लिखा है कि नौजवान को जीप के आगे बांधा गया है यह इसलिए हुआ क्योंकि इससे जताया जाए कि सेना पर पथराव करने का अंजाम क्या होता है। इससे कोई भी सेना पर पथराव न कर पाए। उन्होंने कहा कि कश्मीर की बात आती है तो सभी कहते हैं यह हमारा है लेकिन कश्मीरी की बात पर कोई कुछ नहीं कहता है। जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस ने लगाए इंडियन डेमोक्रेसी मुर्दाबाद के नारे निश्चित है कि एक साल में बदलेगा कश्मीर, फर्क नहीं पड़ता कैसे बदलेगा केरन में सेना ने मार गिराए 4 आतंकी, घुसपैठ नाकाम