सावन का पवित्र महीना चल रहा है। इस महीने में देवों के देव महादेव भोलेनाथ की पूजा अर्चना की जाती है। कहते हैं सावन का महीना शिवजी को अति प्रिय है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, सावन के महीने में इस बार मलमास पड़ रहा है। मलमास का योग बनने के कारण इस बार सावन 2 महीने का होगा। वहीं सावन के पूरे महीने प्रतिदिन शिवजी की पूजा का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, सावन में महादेव की उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। साथ ही उन्हें जीवन में सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। ऐसे में आइए जानते हैं भगवान शिव और माता पार्वती से जुड़े कुछ रोचक प्रसंग। माता पार्वती, हिमनरेश हिमवान एवं उनकी रानी मैनावती की पुत्री हैं। ऐसी मान्यता है कि पार्वती के जन्म का समाचार सुनकर देवर्षि नारद हिमालय गणेश के घर आए थे तथा कहा था कि यह कन्या सभी गुणों से संपन्न है। इसका विवाह भगवान महादेव के साथ होगा किन्तु इसे महादेव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या करनी होगी। ऐसी ही एक कथा के मुताबिक, भगवान महादेव ने पार्वती को अपने पति प्रेम की परीक्षा लेने के लिए सप्तर्षियों के पास भेजा। उन्होंने देवी के पास जाकर यह समझाने के अनेक प्रयास किए कि शिव जी औघड़, अमंगल वेषधारी, जटाधारी और भूत प्रेतों के संगी हैं। इसीलिए वह उनके लिए उपयुक्त वर नहीं हैं। शिव जी के साथ विवाह करके पार्वती को सुख की प्राप्ति नहीं होगी। किन्तु माता पार्वती अपने फैसले पर अडिग रही। यह जानकर भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न हुए। ईश्वर की प्रकृति: विभिन्न धर्मों में ईश्वर की विविध अवधारणाओं की खोज सावन के गुरुवार करें ये उपाय, महादेव और विष्णु दोनों होंगे प्रसन्न कब है सावन महीने में सोमवती अमावस्या? जानिए शुभ मुहूर्त और महत्व