उज्जैन: 4 जुलाई से श्रावण का महीना आरम्भ हो जाएगा तथा विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के दरबार में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने लगेगी। आने वाले भक्तों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन एवं मंदिर समिति द्वारा दर्शन प्लान तैयार कर लिया गया है। इस बार श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए 3 किमी का पैदल सफर तय करना होगा। जो श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचेंगे उन्हें चार धाम पार्किंग से महाकाल लोक में प्रवेश दिया जाएगा। वही कावड़ यात्रियों को बड़ा गणेश मंदिर के सामने चार नंबर गेट से मंदिर में प्रवेश प्राप्त होगा। VVIP निर्माल्य द्वार से मंदिर में प्रवेश करेंगे। मंदिर के आसपास अभी बहुत सारे निर्माण कार्य चल रहे हैं, जिसके चलते व्यवस्था तय नहीं हो पा रही है। मगर फाइनल प्लान जल्द ही जारी होगा तथा फिर संकेतक बोर्ड लगाने का काम आरम्भ किया जाएगा। फिलहाल दर्शनार्थियों के लिए जो प्लान तैयार किया गया है, उसके अनुसार, सामान्य दर्शनार्थी चार धाम पार्किंग के माध्यम से रूद्र सागर रोड, इंटरप्रिटेशन चौराहा होते हुए महाकाल लोक में प्रवेश करेंगे तथा मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर से नई टनल में होते हुए कार्तिकेय मंडपम एवं गणेश मंडपम से बाबा के दर्शन करेंगे। यह पूरा सफर लगभग 3 किलोमीटर का है। दर्शन के बाद आपातकालीन द्वार से निकलकर म्यूजियम के पास से होते हुए निर्गम मार्ग से भक्तों को मंदिर के बाहर निकाला जाएगा। सामान्य दर्शनार्थियों का रूट तकरीबन तय कर दिया गया है। अन्य द्वार से प्रवेश की व्यवस्था को लेकर थोड़ी मुश्किल सामने आ रही है। वही 250 रूपए का टिकट लेकर शीघ्र दर्शन करने वाले भक्तों को मंदिर कार्यालय के सामने गेट नंबर एक और बड़ा गणेश मंदिर के सामने चार नंबर गेट से प्रवेश दिया जाने वाला है। सावन के महीने में बाबा महाकाल का जलाभिषेक करने के लिए देश भर से कावड़ यात्रियों का जत्था मंदिर में पहुंचता है। इन यात्रियों को मंगलवार से शुक्रवार तक 4 दिन मंदिर में प्रवेश कर जल चढ़ाएं की अनुमति रहेगी। इन्हें भी जल्द दर्शन टिकट वाले दर्शनार्थियों के साथ गेट नंबर 4 से प्रवेश दिया जाएगा। शनिवार, रविवार एवं सोमवार को जो कावड़ यात्री आएंगे। उन्हें सामान्य दर्शनार्थियों के साथ मंदिर में प्रवेश करना होगा। तय श्रेणी के VVIP निर्माल्या गेट से नंदी मंडपम में प्रवेश कर बाबा के दर्शन कर सकेंगे। महाकाल के दर्शन करने आने वाले भक्त यहां मिलने वाली लड्डू प्रसादी अपने साथ लेकर अवश्य जाते हैं। सावन को देखते हुए अब लड्डू प्रसाद की कीमतों वृद्धि किए जाने का फैसला लिया गया है। 360 रुपए किलो मिलने वाला यह प्रसाद अब 400 रुपए किलो में बेचा जाएगा। NASA ने क्यों छुपाया था 'कल्पना चावला' की मौत से जुड़ा एक राज़ ? इमरजेंसी के समय जेल जा चुके हैं वेंकैया नायडू, आज गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए चलाते हैं ट्रस्ट पहले ही निपटा ले बैंक से जुड़े जरुरी काम, जुलाई में इतने रहेगा बंद