उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर के शिवलिंग पर श्रद्धालु अब पंचामृत हाथ से रगड़कर नहीं मल सकेंगे। सिर्फ ऊपर से सामग्री चढ़ाएंगे तथा अभिषेक में सवा लीटर से अधिक सामग्री भी इस्तेमाल नहीं की जा सकेगी। शिवलिंग का क्षरण रोकने के लिए मंदिर प्रबंध समिति ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह नियम 2 जून से लागू होगा। गुरुवार को मंदिर प्रबंध समिति की पंडे-पुजारियों के साथ हुई बैठक में सर्वानुमति से यह निर्णय लिया। समिति के प्रशासक एसएस रावत ने बताया मंदिर की व्यवस्थाओं एवं विकास काे लेकर बुलाई बैठक में शिवलिंग के क्षरण पर विस्तार से चर्चा के बाद सहमति बनी कि अब पंडे-पुजारी स्वयं सवा लीटर से अधिक सामग्री का उपयोग नहीं करेंगे। क्योंकि सवा लीटर सामग्री चढ़ाने का नियम पहले से है लेकिन इसका पालन नहीं हो रहा था। महेश नवमी महोत्सव प्रारंभ माहेश्वरी मेवाड़ा थोक पंचायत के तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय महेश नवमी महोत्सव का शुभारंभ गुरूवार से हुआ। 4 जून तक प्रतिदिन समाज के महिला, पुरूष तथा बच्चों द्वारा धार्मिक तथा सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से समाज की प्रतिभाओं को प्रोत्साहन दिया जाएगा। महोत्सव के अंतर्गत 3 जून को महेश नवमी चल समारोह निकलेगा। गिर नस्ल की जनने वाली 11 गायें मंदिर गौशाला में दान में आई