भुवनेश्वर : महाप्रभु की 12 प्रमुख यात्राओं में से स्नान यात्रा सबसे पहली यात्रा मानी जाती है. श्रीक्षेत्र धाम पुरी में महाप्रभु श्री जगन्नाथ के रथयात्रा का आद्यपर्व स्नान यात्रा देखने लाखों की संख्या में लोग पहुंचे. यात्रा के लिए सुबह चतुर्धा विग्रहों को रस्म पूरी करने के बाद स्नान मंडप पर लाया गया. दअरसल ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन वर्ष में एक बार महाप्रभु का प्रत्यक्ष स्नान होता है. यात्रा के दौरान रत्नसिंहासन से बाहर आकर महाप्रभु ने भक्तों को प्रत्यक्ष दर्शन दिए. महाप्रभु को 18 घड़ा जल से स्नान कराया गया. ज्येष्ठ पूर्णिमा का दिन भक्तों के लिए भी खास होता है क्योंकि वर्ष में एक बार ही महाप्रभु का स्नान मंदिर के बाहर होता है. इस अवसर पर स्नान मंडप पर ही भगवान की मंगल आरती का आयोजन भी रहता है. दोपहर लगभग 1.15 बजे पूजा अर्चना के बाद महाप्रभु का स्नान हुआ. कपूर, चंदन, चुआ मिश्रित सुबाषित जल से भगवान का स्नान हुआ. इसके बाद पुष्पाभिषेक की रस्म कराई गई. जगन्नाथ मंदिर में महाप्रभु, भाई बलभद्र, बहन सुभद्रा का स्नान पूर्णिमा अनुष्ठान विधि-विधान के साथ संपन्न हुआ. हर वर्ष लाखों की संख्या में भक्त इस यात्रा में शामिल होते हैं. यात्रा में शामिल होने के लिए भक्त पुरे देश से पुरी पहुंचते हैं. अगले 48 घंटे में राज्य के कई इलाकों में जोरदार बारिश का अनुमान राम मंदिर: इकबाल अंसारी ने मोदी-योगी के काम को सराहा पीएम मोदी आज मगहर 'नरक के द्वार' में